23 जून 2009

नबग्रह स्तोत्रम

ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरान्तकारी भानु शशि भूमि सुतो बुधश्च

गुरुश्च शुक्रः शनि राहु केतवः सर्वे ग्रहाः शान्तिकराः भवन्तु ....

प्रतिदिन पूजन के समय इस स्तोत्र के पाठ से नव ग्रहों की अनुकुलता प्राप्त होती है...

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