29 जून 2010

उच्छिष्ठ चन्डालिनी मन्त्रम


॥  नमः उच्छिष्ठ चान्डालिनी सुमुखी देवी महापिशाचिनी ह्रीं ठः ठः ॥



यह उच्छिष्ठ चन्डालिनी मन्त्र है इस मन्त्र का जाप करने से अघोर साधनाओं का मार्ग प्रशस्त होता है.

30 मई 2010

नवार्ण मन्त्रम



  ॥  ऎं ह्रीं क्लीं चामुन्डायै विच्चै 



यह नवार्ण मन्त्र है.

इसमे ऎं महासरस्वति का बीज मन्त्र है. ह्रीं महालक्ष्मी का तथा क्लीं महकाली का बीज मन्त्र है.

नवरात्रि मे इस मन्त्र का यथा शक्ति जप करने से महामाया कि कॄपा प्राप्त होती है ।

27 मई 2010

महाकाली रक्षा मन्त्रम

:: हुं हुं ह्रीं ह्रीं कालिके घोर दन्ष्ट्रे प्रचन्ड चन्ड नायिके दानवान दारय हन हन शरीरे महाविघ्न छेदय छेदय स्वाहा हुं फट ::

इस मन्त्र का जाप करके रक्षा सूत्र बान्ध सकते हैं. साथ हि विभिन्न प्रकार के रक्षा घेरे के निर्माण मे भी सहायक सिद्ध मन्त्र है

महाकाली बीज मन्त्रम

क्लीं

य़ह काली का काम बीज मन्त्र है.
१०८ बार नित्य जाप करें.


28 जुलाई 2009

सदाशिव अम्बिका मन्त्र

भगवान सदाशिव तथा जगदम्बा की


क्रिपा प्राप्ति के लिये मन्त्र :-




॥ ओम साम्ब सदाशिवाय नम: ॥



sava lakh mantra jaap ka ek purashcharan hoga.