4 मार्च 2014

तंत्र बाधा निवारक : छिन्नमस्ता साधना




होली के अवसर पर संपन्न करें




॥ श्रीं ह्रीं क्लीं ऎं व ज्र वै रो च नी यै हुं हुं फ़ट स्वाहा ॥ 



नोट:- यह साधना गुरुदीक्षा लेकर गुरु अनुमति से ही करें....



  • यह साधना एक प्रचंड साधना है.
  • इस साधना में मार्गदर्शक गुरु का होना जरूरी है.
  • दीक्षा लेने के बाद ही इस साधना को करें.
  • कमजोर मानसिक स्थिति वाले बच्चे तथा महिलायें इसे ना करें क्योंकि इस साधना के दौरान डरावने अनुभव हो सकते हैं.
  • प्रबल से प्रबल तंत्र बाधा की यह अचूक काट है.
  • हर प्रकार के तांत्रिक प्रयोग को, प्रयोग करने वाले सहित ध्वस्त करने में इस साधना का कोई जवाब नहीं है.

25 फ़रवरी 2014

सदाशिव जगदम्बा मन्त्र


भगवान सदाशिव तथा जगदम्बा की
कृपा प्राप्ति के लिये मन्त्र :-

॥ ओम साम्ब सदाशिवाय नम: ॥





शिवरात्रि की रात्रि शाम ६ से सुबह ६ तक जाप करें..
जाप से पहले अपनी मनोकामना कह दें..

24 फ़रवरी 2014

रूद्र शिव




|| ओम  रुद्राय नमः ||

  1. रूद्र  शिव  का  मंत्र है. वे रुदन के कारक हैं , वे ही रुदन से मुक्त भी करने में सक्षम हैं.
  2. रुद्राक्ष माला से जाप करें.
  3. ११ माला ११ दिन तक करे.
  4. जाप समाप्ति के बाद माला को शिवलिंग पर चढ़ा दें.
  5. अत्यंत विवशता के समय में मार्ग प्रदान करेगा.

23 फ़रवरी 2014

दक्षिणामूर्ति शिव :आदि गुरु स्वरूप


दक्षिणामूर्ति शिव भगवान शिव का सबसे तेजस्वी स्वरूप है । यह उनका आदि गुरु स्वरूप है । इस रूप की साधना सात्विक भाव वाले सात्विक मनोकामना वाले तथा ज्ञानाकांक्षी साधकों को करनी चाहिये ।







॥ऊं ह्रीं दक्षिणामूर्तये नमः ॥


  • ब्रह्मचर्य का पालन करें.
  • ब्रह्ममुहूर्त यानि सुबह ४ से ६ के बीच जाप करें.
  • सफेद वस्त्र , आसन , होगा.
  • दिशा इशान( उत्तर और पूर्व के बीच ) की तरफ देखकर करें.
  • भस्म से त्रिपुंड लगाए . 
  • रुद्राक्ष की माला पहने .
  • रुद्राक्ष की माला से जाप करें.

22 फ़रवरी 2014

महा शिवरात्रि साधना शिविर 26-27 फरवरी







शिवरात्रि साधना शिविर 
26 - 27 फरवरी , 
निखिलधाम , भोजपुर , भोपाल में.
[0755] , 4269368, 4283681
  • इस शिविर में होगा :-
  • भगवान् शिव का सम्पूर्ण तंत्रोक्त पूजन 
  • भगवान्  शिव का सबसे प्रिय पूजन घनपाठ.
  • ब्रह्मास्त्र विद्या से कवचिकरण


 साधकों के लिए सुअवसर :-
  •  विविध साधनों से सम्बंधित  दीक्षाएं. तथा मंत्र , गुरूजी तथा माताजी द्वारा व्यक्तिगत रूप से साधकों को प्रदान किया जाएगा तथा साधनात्मक रहस्यों से अवगत कराया जायेगा.
  • विविध समस्याओं के समाधान के लिए व्यक्तिगत मार्गदर्शन.

21 फ़रवरी 2014

निखिलधाम






परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी [ डा नारायण दत्त श्रीमाली जी ] का यह दिव्य मंदिर है.

इसका निर्माण परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी [Dr. Narayan dutta Shrimali Ji ] के प्रिय शिष्य स्वामी सुदर्शननाथ जी तथा डा साधना सिंह जी ने करवाया है.



यह [ Nikhildham ] भोपाल [ मध्यप्रदेश ] से लगभग २५ किलोमीटर की दूरी पर भोजपुर के पास लगभग ५ एकड के क्षेत्र में बना हुआ है.

यहां पर  महाविद्याओं के अद्भुत तेजस्वितायुक्त विशिष्ठ मन्दिर बनाये गये हैं.