30 अप्रैल 2011

हनुमान मन्त्र -1



॥ ॐ ह्रौं ह्स्फ़्रें ख्फ़्रें ह्स्त्रौं ह्स्ख्फ़्रें ह्स्त्रौं हनुमते नमः ॥



  •  दक्षिण दिशा में मुख करके वज्रासन या वीरासन में बैठें.
  • रात्रि ९ से ३ के बीच जाप करें.
  • १२००० जाप करें.
  • लाल वस्त्र पहनकर लाल आसन पर बैठ कर  जाप करें.
  • यथाशक्ति जाप जोर से बोल कर करें. 

25 अप्रैल 2011

अष्टकाली मन्त्रम



॥  ऊं अष्टकाल्यै क्रीं श्रीं ह्रीं क्रीं सिद्धिं मे देहि दापय नमः ॥


  1. दक्षिण दिशा की ओर मुख करके जाप करें.
  2. दिगम्बर अवस्था में जाप करें या काले रंग का आसन वस्त्र रखें.
  3. रुद्राक्ष या काली हकीक माला से जाप करें.
  4. पुरश्चरण १,२५,००० मन्त्रों का होगा.
  5. रात्रिकाल में जाप करें.

17 अप्रैल 2011

हनुमान जी पर चोला चढाना



हनुमान जी पर सिन्दूर घोलकर लेप करने को चोला चढाना कहते हैं .

हनुमान जी पर चोला चढाने के लिये सिन्दूर को तेल में घोलकर पूरी मूर्ति पर लेप किया जाता है.

लेप करने के बाद उनके चरणों से सिन्दूर लेकर अपने माथे तथा हृदय पर लगाना चाहिये.




हनुमान चालीसा

16 अप्रैल 2011

हनुमान मन्त्र : हनुमान जयंती विशेष



॥ हुं हनुमत रुद्रात्मकाय हुं ॥


 ॥ ॐ हरि मर्कट मर्कटाय स्वाहा ॥


॥ ॐ पवन नंदनाय स्वाहा ॥



  • उपरोक्त में से किसी भी एक मन्त्र का जाप करें ।

  • लाल वस्त्र पहनकर लाल आसन पर जाप करें  ।

  • वज्रासन या वीरासन में बैठें ।

  • यथाशक्ति जाप जोर से बोल कर करें । 


11 अप्रैल 2011

तारा साधना


12 अप्रेल को तारा जयंती है. रामनवमी को ही तारा जयंती भी होती है.


तारा महाविद्या की साधना जीवन का सौभाग्य है ।

यह महाविद्या साधक की उंगली पकडकर उसके लक्ष्य तक पहुंचा देती है।

गुरु कृपा से यह साधना मिलती है तथा जीवन को निखार देती है ।

साधना से पहले गुरु से तारा दीक्षा लेना लाभदायक होता है.


तारा त्रैलोक्य विजय कवच का पाठ नित्य करें.

यह आपको निम्न ग्रन्थों में मिल जायेगा.