एक प्रयास सनातन धर्म[Sanatan Dharma] के महासमुद्र मे गोता लगाने का.....कुछ रहस्यमयी शक्तियों [shakti] से साक्षात्कार करने का.....गुरुदेव Dr. Narayan Dutt Shrimali Ji [ Nikhileswaranand Ji] की कृपा से प्राप्त Mantra Tantra Yantra विद्याओं को समझने का...... Kali, Sri Yantra, Laxmi,Shiv,Kundalini, Kamkala Kali, Tripur Sundari, Maha Tara ,Tantra Sar Samuchhay , Mantra Maharnav, Mahakal Samhita, Devi,Devata,Yakshini,Apsara,Tantra, Shabar Mantra, जैसी गूढ़ विद्याओ को सीखने का....
Disclaimer
ब्लॉग पर दिखाये गए विज्ञापन गूगल तथा थर्ड पार्टी द्वारा दिखाये जाते हैं । उनकी प्रमाणकिता, प्रासंगिकता तथा उपयोगिता पर स्वविवेक से निर्णय लें ।
19 जनवरी 2014
16 जनवरी 2014
11 जनवरी 2014
भुवनेश्वरी साधना शिविर : १४ जनवरी : भिलाई
भुवनेश्वरी साधना शिविर
भिलाई [छत्तीसगढ़]
मकर संक्रांति
१४ जनवरी २०१४
मंगलवार
गुरुदेव स्वामी सुदर्शन नाथ जी
तथा
गुरुमाता डॉ साधना सिंह जी के सानिध्य में
इस साधना शिविर में होंगे
- संपूर्ण भुवनेश्वरी पूजन .
- साधनात्मक मार्गदर्शन.
- विशिष्ट साधनाओं से सम्बंधित दीक्षाएं. साधनात्मक मन्त्र तथा सम्बंधित विधि विधान की जानकारी.
- गुरुदेव तथा माताजी से व्यक्तिगत मार्गदर्शन.
विस्तृत विवरण हेतु संपर्क :-
भुवनेश्वरी महाविद्या
॥ ह्रीं ॥
- भुवनेश्वरी महाविद्या समस्त सृष्टि की माता हैं
- हमारे जीवन के लिये आवश्यक अमृत तत्व वे हैं.
- इस मन्त्र का नित्य जाप आपको उर्जावान बनायेगा.
- सात्विक साधना है, सकारात्मक ऊर्जा का अकूत भण्डार है .
- आर्थिक समृद्धि तथा ऐश्वर्य के लिए भी माता भुवनेश्वरी की साधना की जाती है.
- नवार्ण मंत्र में लगे तीन बीज मन्त्रों में बीच वाला बीज मंत्र महाविद्या भुवनेश्वरी का है.
- भुवनेश्वरी साधना से अन्नपूर्ण सिद्धि स्वयमेव प्राप्त हो जाती है.
- सात्विक साधनों में इसे सर्वोच्च साधना माना गया है.
- माता भुवनेश्वरी की निरंतर साधना से साधक की कुण्डलिनी शक्ति जागृत हो जाती है.
- महाविद्या भुवनेश्वरी की साधना कर लेने से दश महाविद्याओं की साधना का मार्ग सहज तथा सरल हो जाता है.
10 जनवरी 2014
साधना सिद्धि विज्ञान : भुवनेश्वरी महाविद्या विशेषांक
भुवनेश्वरी विशेषांक |
पीडीऍफ़ फॉर्मेट में डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें :-
4 जनवरी 2014
छिन्नमस्ता साधना मन्त्र
॥ ऊं श्रीं ह्रीं ह्रीं क्लीं ऎं वज्रवैरोचनीयै ह्रीं ह्रीं फ़ट स्वाहा ॥
नोट:- यह साधना गुरुदीक्षा लेकर गुरु अनुमति से ही करें.....
प्रचंड तान्त्रिक प्रयोगों की शान्ति के लिये छिन्नमस्ता साधना की जाती है. यह तन्त्र क्षेत्र की उग्रतम साधनाओं में से एक है.
यह साधना गुरु दीक्षा लेकर गुरु की अनुमति से ही करें. यह रात्रिकालीन साधना है. नवरात्रि में विशेष लाभदायक है. काले या लाल वस्त्र आसन का प्रयोग करें. रुद्राक्ष या काली हकीक की माला का प्रयोग जाप के लिये करें. सुदृढ मानसिक स्थिति वाले साधक ही इस साधना को करें. साधना काल में भय लग सकता है.ऐसे में गुरु ही संबल प्रदान करता है.
यह साधना गुरु दीक्षा लेकर गुरु की अनुमति से ही करें. यह रात्रिकालीन साधना है. नवरात्रि में विशेष लाभदायक है. काले या लाल वस्त्र आसन का प्रयोग करें. रुद्राक्ष या काली हकीक की माला का प्रयोग जाप के लिये करें. सुदृढ मानसिक स्थिति वाले साधक ही इस साधना को करें. साधना काल में भय लग सकता है.ऐसे में गुरु ही संबल प्रदान करता है.
1 जनवरी 2014
नव वर्ष
नववर्ष आपके लिये मंगलमय हो...
गुरुकृपा जीवन का आधार है..........
आपको जीवन मे श्रेष्ठ गुरु का सानिध्य प्राप्त हो ऐसी ही शुभकामना है......
न गुरोरधिकम....
न गुरोरधिकम....
न गुरोरधिकम....
.........शिव शासनतः.........
......................शिव शासनतः......................
....................................शिव शासनतः....................................
॥ ॐ शम ॥
सदस्यता लें
संदेश (Atom)