॥ ॐ ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रैं ह्रौं ह्रः ॐ ॥
- यह तान्त्रिक बीज मन्त्र युक्त मन्त्र है.
- जाप प्रारंभ करने से पहले अपनी मनोकामना प्रभु के सामने व्यक्त करें.
- ब्रह्मचर्य का पालन करें.
- एक समय भोजन करें.
- बीच में चाहें तो फ़लाहार कर सकते हैं.
- दक्षिण दिशा में मुख करके वज्रासन या वीरासन में बैठें.
- रात्रि ९ से ३ के बीच जाप करें.
- लाल वस्त्र पहनकर लाल आसन पर बैठ कर जाप करें.
- गुड तथा चने का भोग लगायें.
- यथाशक्ति जाप जोर से बोल कर करें.
- ११००० जाप करें
- ११०० मन्त्रों से हवन करें.
- साधना पूर्ण होने पर एक छोटे बालक को उसकी पसंद का वस्त्र लेकर दें.