13 मई 2011

हनुमान मन्त्र -४ [अष्टार्ण मन्त्र]



॥ ॐ ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रैं ह्रौं ह्रः ॐ ॥

  • यह तान्त्रिक बीज मन्त्र युक्त मन्त्र है. 
  • जाप प्रारंभ करने से पहले अपनी मनोकामना प्रभु के सामने व्यक्त करें.
  • ब्रह्मचर्य का पालन करें.
  • एक समय भोजन करें.
  • बीच में चाहें तो फ़लाहार कर सकते हैं.
  • दक्षिण दिशा में मुख करके वज्रासन या वीरासन में बैठें.
  • रात्रि ९ से ३ के बीच जाप करें.
  • लाल वस्त्र पहनकर लाल आसन पर बैठ कर  जाप करें.
  • गुड तथा चने का भोग लगायें.
  • यथाशक्ति जाप जोर से बोल कर करें.

  • ११००० जाप करें
  • ११०० मन्त्रों से हवन करें.
  • साधना पूर्ण होने पर एक छोटे बालक को उसकी पसंद का वस्त्र लेकर दें.

7 मई 2011

हनुमान मन्त्र -३





|| नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा ||

  • दक्षिण दिशा में मुख करके वज्रासन या वीरासन में बैठें.
  • रात्रि ९ से ३ के बीच जाप करें.
  • लाल वस्त्र पहनकर लाल आसन पर बैठ कर  जाप करें.
  • गुड तथा चने का भोग लगायें.
  • यथाशक्ति जाप जोर से बोल कर करें.
  • २१००० जाप करें
  • १०८ रुद्राक्ष के दानों को घी में मिलाकर हवन करें.

2 मई 2011

हनुमान मन्त्र -2


॥ ॐ ऎं श्रीं ह्रां ह्रीं ह्रूं  ह्स्फ़्रें ख्फ़्रें ह्स्त्रौं ह्स्ख्फ़्रें ह्सौं ॐ हनुमते नमः ॥



  •  दक्षिण दिशा में मुख करके वज्रासन या वीरासन में बैठें.
  • रात्रि ९ से ३ के बीच जाप करें.
  • ११००० जाप करें.
  • लाल वस्त्र पहनकर लाल आसन पर बैठ कर  जाप करें.
  • यथाशक्ति जाप जोर से बोल कर करें. 

30 अप्रैल 2011

हनुमान मन्त्र -1



॥ ॐ ह्रौं ह्स्फ़्रें ख्फ़्रें ह्स्त्रौं ह्स्ख्फ़्रें ह्स्त्रौं हनुमते नमः ॥



  •  दक्षिण दिशा में मुख करके वज्रासन या वीरासन में बैठें.
  • रात्रि ९ से ३ के बीच जाप करें.
  • १२००० जाप करें.
  • लाल वस्त्र पहनकर लाल आसन पर बैठ कर  जाप करें.
  • यथाशक्ति जाप जोर से बोल कर करें. 

25 अप्रैल 2011

अष्टकाली मन्त्रम



॥  ऊं अष्टकाल्यै क्रीं श्रीं ह्रीं क्रीं सिद्धिं मे देहि दापय नमः ॥


  1. दक्षिण दिशा की ओर मुख करके जाप करें.
  2. दिगम्बर अवस्था में जाप करें या काले रंग का आसन वस्त्र रखें.
  3. रुद्राक्ष या काली हकीक माला से जाप करें.
  4. पुरश्चरण १,२५,००० मन्त्रों का होगा.
  5. रात्रिकाल में जाप करें.