31 दिसंबर 2021

सर्व मनोकामना प्रदायक : महादुर्गा साधना

  

सर्व मनोकामना प्रदायक : महादुर्गा साधना 


॥ ॐ क्लीं दुर्गायै नमः ॥

  • यह काम बीज से संगुफ़ित दुर्गा मन्त्र है.
  • यह सर्वकार्यों में लाभदायक है.
  • इसका जाप आप नवरात्रि में चलते फ़िरते भी कर सकते हैं.
  • अनुष्ठान के रूप में २१००० जाप करें.
  • २१०० मंत्रों से हवन नवमी को करें.
  • विशेष लाभ के लिये विजयादशमी को हवन करें.
  • सात्विक आहार आचार विचार रखें ।
  • हर स्त्री को मातृवत सम्मान दें ।
  • ब्रह्मचर्य का पालन करें । 

15 दिसंबर 2021

ओम साम्ब सदाशिवाय नम:

  


भगवान सदाशिव तथा जगदम्बा की कृपा प्राप्ति के लिये मन्त्र :-  

॥ ओम साम्ब सदाशिवाय नम: ॥ 

  1. सवा लाख मन्त्र का एक पुरस्चरण होगा.
  2. शिवलिंग सामने रखकर साधना करें.
  3. समस्त प्रकार की मनोकामना पूर्ती के लिए प्रयोग किया जा सकता है.
  4. किसी अनुचित अनैतिक इच्छा से न करें गंभीर  नुक्सान हो सकता है. 
  5.  

12 दिसंबर 2021

तारा महाविद्या की साधना

 




  1.  तारा काली कुल की महविद्या है ।
  2. तारा महाविद्या की साधना जीवन का सौभाग्य है ।
  3. यह महाविद्या साधक की उंगली पकडकर उसके लक्ष्य तक पहुन्चा देती है।
  4. गुरु कृपा से यह साधना मिलती है तथा जीवन को निखार देती है ।
  5. साधना से पहले गुरु से तारा दीक्षा लेना लाभदायक होता है ।

तारा मंत्रम
 ॥ ऐं ऊं ह्रीं स्त्रीं हुं फ़ट ॥
  • मंत्र का जाप रात्रि काल में ९ से ३ बजे के
  • बीच करना चाहिये.
  • यह रात्रिकालीन साधना है.
  • गुरुवार से प्रारंभ करें.
  • गुलाबी वस्त्र/आसन/कमरा रहेगा.
  • उत्तर या पूर्व की ओर देखते हुए जाप करें.
  • यथासंभव एकांत वास करें.
  • सवा लाख जाप का पुरश्चरण है.
  • ब्रह्मचर्य/सात्विक आचार व्यव्हार रखें.
  • किसी स्त्री का अपमान ना करें.
  • क्रोध और बकवास ना करें.
  • साधना को गोपनीय रखें.
  • प्रतिदिन तारा त्रैलोक्य विजय कवच का एक पाठ अवश्य करें. यह आपको निम्नलिखित ग्रंथों से प्राप्त हो जायेगा.

साधना सिद्धि विज्ञान मासिक पत्रिका      
namobaglamaa.org

3 दिसंबर 2021

सूर्य ग्रहण विशेष : काल भैरव अष्टकम

 







काल भैरव अष्टकम

देवराजसेव्यमानपावनांघ्रिपङ्कजं व्यालयज्ञसूत्रमिन्दुशेखरं कृपाकरम् ।
नारदादियोगिवृन्दवन्दितं दिगंबरं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ १॥
भानुकोटिभास्वरं भवाब्धितारकं परं नीलकण्ठमीप्सितार्थदायकं त्रिलोचनम् ।
कालकालमंबुजाक्षमक्षशूलमक्षरं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ २॥
शूलटंकपाशदण्डपाणिमादिकारणं श्यामकायमादिदेवमक्षरं निरामयम् ।
भीमविक्रमं प्रभुं विचित्रताण्डवप्रियं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ३॥
भुक्तिमुक्तिदायकं प्रशस्तचारुविग्रहं भक्तवत्सलं स्थितं समस्तलोकविग्रहम् ।
विनिक्वणन्मनोज्ञहेमकिङ्किणीलसत्कटिं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे॥ ४॥
धर्मसेतुपालकं त्वधर्ममार्गनाशनं कर्मपाशमोचकं सुशर्मधायकं विभुम् ।
स्वर्णवर्णशेषपाशशोभितांगमण्डलं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ५॥
रत्नपादुकाप्रभाभिरामपादयुग्मकं नित्यमद्वितीयमिष्टदैवतं निरंजनम् ।
मृत्युदर्पनाशनं करालदंष्ट्रमोक्षणं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ६॥
अट्टहासभिन्नपद्मजाण्डकोशसंततिं दृष्टिपात्तनष्टपापजालमुग्रशासनम् ।
अष्टसिद्धिदायकं कपालमालिकाधरं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ७॥
भूतसंघनायकं विशालकीर्तिदायकं काशिवासलोकपुण्यपापशोधकं विभुम् ।
नीतिमार्गकोविदं पुरातनं जगत्पतिं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ८॥

विधि :-
  1. सूर्यग्रहण के अवसर पर 108 पाठ करें ।
  2. यह सभी प्रकार के पूजन के पूर्व रक्षा के लिए उपयोगी है।
  3. विभिन्न प्रकार के रक्षा प्रयोगों मे किया जा सकता है । 

सूर्यग्रहण विशेष - तारा शाबर मंत्र

 




ॐ आदि योग अनादि माया । 
जहाँ पर ब्रह्माण्ड उत्पन्न भया ।
ब्रह्माण्ड समाया । 

आकाश मण्डल । 
तारा त्रिकुटा तोतला माता तीनों बसै । 

ब्रह्म कापलिजहाँ पर ब्रह्मा विष्णु महेश उत्पत्तिसूरज मुख तपे । 
चंद मुख अमिरस पीवे
अग्नि मुख जले
आद कुंवारी हाथ खण्डाग गल मुण्ड माल
मुर्दा मार ऊपर खड़ी देवी तारा । 
नीली काया पीली जटा
काली दन्त में जिह्वा दबाया । 
घोर तारा अघोर तारा
दूध पूत का भण्डार भरा । 
पंच मुख करे हा हा ऽऽकारा
डाकिनी शाकिनी भूत पलिता 
सौ सौ कोस दूर भगाया । 
चण्डी तारा फिरे ब्रह्माण्डी 
तुम तो हों तीन लोक की जननी ।

तारा मंत्र
ॐ ऐं ह्रीं स्त्रीं हूँ फट्

विधि :-
  1. रात्री काल मे जाप करें । ग्रहण काल मे जाप करने से विशेष लाभदायक है । 
  2. अपनी क्षमतानुसार 1,11,21,51,108 बार । 
  3. व्यापार और आर्थिक समृद्धि के लिए लाभदायक । 
  4. जप काल मे किसी स्त्री का अपमान न करें । 

सूर्यग्रहण विशेष : शीघ्र विवाह मंत्र

 मखनो हाथी जर्द अम्बारी उस पर बैठी कमाल खाँ की सवारी. कमाल खाँ कमाल खाँ मुग़ल पठान बैठ चबूतरे पढ़े कुरान. हजार काम दुनिया का करे एक काम मेरा भी कर. जो ना करे तो तीन लाख तैंतीस हजार पीर पैगम्बरों की दुहाई।





  1. जिस लड़की का विवाह नहीं हो रहा है वह स्वयं जाप करे |
  2. सूर्यग्रहण पर जितना ज्यादा से ज्यादा हो सके जाप करें । 
  3. नित्य जाप करते रहें |
  4. जाप से शीघ्र अनुकूलता मिलेगी |

2 दिसंबर 2021

सूर्यग्रहण विशेष : रक्षा हेतु हनुमान शाबरमंत्र

 सूर्यग्रहण विशेष : रक्षा हेतु हनुमान शाबरमंत्र

साधना मे रक्षा हेतु हनुमान शाबरमंत्र

· इस शाबर मंत्र को किसी शुभ दिन जैसे ग्रहण, होली, रवि पुष्य योग, गुरु पुष्य योग मे1008 बार जप कर सिद्ध कर ले ।

· इस मंत्र का जाप आप एकांत/हनुमान मंदिर/अपने घर मे करें |

· हनुमान जी का विधी विधान से पुजन करके 11 लड्डुओ का भोग लगा कर जप शुरू कर दे । जप समाप्त होने पर हनुमान जी को प्रणाम करे | त्रुटियों के लिए क्षमा प्रार्थना कर लें |

· जब भी आप कोई साधना करे |तो मात्र 7 बार इस मंत्र का जाप करके रक्षा घेरा बनाने से स्वयं हनुमान जी रक्षा करते है ।

· इस मंत्र का 7 बार जप कर के ताली बजा देने से भी पूर्ण तरह से रक्षाहोती है ।


इस मंत्र को सिद्ध करने के बाद रोज इस मंत्र की 1 माला जाप करने पर इसका तेज बढ़ता जाता है और टोना जादु साधक पर असर नही करते ।


मंत्र :-


॥ ओम नमो वज्र का कोठा, जिसमे पिंण्ड हमारा पैठा,

ईश्वर कुंजी ब्रम्हा का ताला, मेरे आठो अंग का यति हनुमंत वज्र वीर रखवाला ।




सूर्यग्रहण विशेष - तंत्र रक्षा नारियल

 सूर्यग्रहण विशेष - तंत्र रक्षा नारियल


आपने देखा होगा की लगभग सभी दुकानों में लाल कपडे में नारियल बांधकर लटकाया जाता है, कई घरों में भी ऐसा किया जाता है.

यह स्थान देवता की पूजा और गृह रक्षा के लिए किया जाता है.

सूर्यग्रहण के अवसर पर अपने घर मे गृह शांति और रक्षा के लिए एक विधि प्रस्तुत है जिसके द्वारा आप अपने घर पर पूजन करके नारियल बाँध सकते हैं.

आवश्यक सामग्री :-

लाल कपडा सवा मीटर
नारियल
काला धागा
पंचमुखी रुद्राक्ष 3
सामान्य पूजन सामग्री


वस्त्र/आसन काले रंग का हो तो पहन लें यदि न हो तो जो हो उसे पहन लें.

सबसे पहले शुद्ध होकर आसन पर बैठ जाएँ. हाथ में जल लेकर कहें " मै [अपना नाम ] अपने घर की रक्षा और शांति के लिए यह पूजन कर रहा हूँ महाकाली मुझपर कृपा करें और मेरा मनोरथ सिद्ध करें."

इतना बोलकर हाथ में रखा जल जमीन पर छोड़ दें. इसे संकल्प कहते हैं.

नारियल पर काला धागा [अपने शरीर की लंबाई का सात गुना लम्बा तोड़ लें.] लपेट लें.

लपेटते समय निम्नलिखित मंत्र का जाप करें." ॐ नमः शिवाय "

अब अपने सामने लाल कपडे पर नारियल रख दें. पूजन करें.

गोबर का कंडा जलाकर उसमे एक चमच घी और एक टुकड़ा देशी कपूर डालकर  धुप करें न हो पाए तो धूप /अगरबत्ती जलाएं .

नारियल के सामने निम्नलिखित मंत्र का 108 बार जाप करें ।
स्वयंसिद्ध महाकाली मंत्र

।। हुं हुं ह्रीं ह्रीं कालिके 
घोर दन्ष्ट्रे प्रचन्ड चन्ड नायिके 
दानवान दारय हन हन शरीरे 
महाविघ्न छेदय छेदय स्वाहा हुं फट ।।

अब इस नारियल को अन्य पूजन सामग्री के साथ लाल कपडे में लपेट ले.
आपका रक्षा नारियल तय्यार है.

इसे आप ग्रहण वाले दिन , घर की छत में हुक हो तो उसपर बांधकर लटका दें.

यदि न हो तो पूजा स्थान में रख लें. नित्य पूजन के समय इसे भी अगरबत्ती दिखाएँ.

सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर 2021

 सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर 2021


इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर यानी शनिवार सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा.

मेरे गुरुदेव डा नारायण दत्त श्रीमाली जी ने अपने उद्बोधन में बताया था कि सूर्यग्रहण काल में की गई साधना हजार गुना ज्यादा लाभप्रद होती हैं ।

इसलिए ऐसे अवसर का लाभ हर साधक को उठाना चाहिए ।