25 दिसंबर 2013

काल भैरव मंत्र





काल भैरव साधना निम्नलिखित परिस्थितियों में लाभकारी है :-
  • शत्रु बाधा.
  • तंत्र बाधा.
  • इतर योनी से कष्ट.
  • उग्र साधना में रक्षा हेतु.




काल भैरव मंत्र :-

|| ॐ भ्रं काल भैरवाय फट ||

विधि :-
  1. रात्रि कालीन साधना है.
  2. रात्रि 9 से 4 के बीच करें.
  3. काला आसन और वस्त्र रहेगा.
  4. रुद्राक्ष या काली हकिक माला से जाप करें.
  5. १०००,५०००,११०००,२१००० जितना आप कर सकते हैं उतना जाप करें.
  6. जाप के बाद १० वा हिस्सा यानि ११००० जाप करेंगे तो ११०० बार मंत्र में स्वाहां लगाकर हवं कर लें.
  7. हवन सामान्य हवन सामग्री से भी कर सकते हैं.
  8. कलि मिर्च , तिल का प्रयोग भी कर सकते हैं.
  9. अंत में एक कुत्ते को भोजन करा दें. काला कुत्ता हो तो बेहतर.

6 दिसंबर 2013

मातंगी साधना





॥ ह्रीं क्लीं हुं मातंग्यै फ़ट स्वाहा ॥



  • मातंगी साधना संपूर्ण गृहस्थ सुख प्रदान करती है.
  • यह साधना जीवन में रस प्रदान करती है.

  • अपनी शक्ति के अनुसार जाप करें.
  • रात्रि 9 से 4 के बिच जाप ज्यादा लाभ देता है.














2 दिसंबर 2013

परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी









परम हंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी

॥ ॐ श्रीं ब्रह्मांड स्वरूपायै निखिलेश्वरायै नमः ॥

...नमो निखिलम...
......नमो निखिलम......
........नमो निखिलम........



  • यह परम तेजस्वी गुरुदेव परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी का तान्त्रोक्त मन्त्र है.
  • पूर्ण ब्रह्मचर्य / सात्विक आहार/आचार/विचार के साथ जाप करें.
  • पूर्णिमा से प्रारंभ कर अगली पूर्णिमा तक करें.
  • तीन लाख मंत्र का पुरस्चरण होगा.
  • नित्य जाप निश्चित संख्या में करेंगे .
  • रुद्राक्ष की माला से जाप होगा.
  • जाप के बाद वह माला गले में धारण कर लेंगे.
  • यथा संभव मौन रहेंगे.
  • किसी पर क्रोध नहीं करेंगे.

  1. यह साधना उन लोगों के लिए है जो साधना के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहते हैं. 
  2. यह साधना आपके अन्दर शिवत्व और गुरुत्व पैदा करेगी.
  3. यह साधना वैराग्य की साधना है.
  4. यह साधना जीवन का सौभाग्य है.
  5. यह साधना आपको धुल से फूल बनाने में सक्षम है.
  6. इस साधना से श्रेष्ट कोई और साधना नहीं है.

30 नवंबर 2013

साम्ब सदाशिवाय नमः









||  ऊं रुद्राय पशुपतये साम्ब सदाशिवाय नमः ||










  • शिवलिन्ग के सामने १०८ बार बेल पत्र चढाते हुए जाप करें ।




  • अपने जीवन मे पशुवृत्तियों से उठ कर देवत्व प्राप्ति के लिये सहयोगी साधना ।
  • इस मंत्र में जगदम्बा सहित शिव समाहित हैं.
  • देखने में सरल मगर अत्यंत प्रभावशाली मंत्र है.





  • 25 नवंबर 2013

    काल भैरव साधना





    काल भैरव साधना निम्नलिखित परिस्थितियों में लाभकारी है :-
    • शत्रु बाधा.
    • तंत्र बाधा.
    • इतर योनी से कष्ट.
    • उग्र साधना में रक्षा हेतु.




    काल भैरव मंत्र :-

    || ॐ भ्रं काल भैरवाय फट ||

    विधि :-
    1. रात्रि कालीन साधना है.
    2. रात्रि 9 से 4 के बीच करें.
    3. काला आसन और वस्त्र रहेगा.
    4. रुद्राक्ष या काली हकिक माला से जाप करें.
    5. १०००,५०००,११०००,२१००० जितना आप कर सकते हैं उतना जाप करें.
    6. जाप के बाद १० वा हिस्सा यानि ११००० जाप करेंगे तो ११०० बार मंत्र में स्वाहा लगाकर हवन  कर लें.
    7. हवन सामान्य हवन सामग्री से भी कर सकते हैं.
    8. कलि मिर्च , तिल का प्रयोग भी कर सकते हैं.
    9. अंत में एक कुत्ते को भोजन करा दें. काला कुत्ता हो तो बेहतर.