17 फ़रवरी 2016

पंचदशाक्षरी महामृत्युन्जय मन्त्र


पंचदशाक्षरी महामृत्युन्जय मन्त्रम :-

यदि खुद कर रहे हैं तो:-

॥ ॐ जूं सः  मां  पालय पालय सः जूं ॐ॥

यदि किसी और के लिये [उदाहरण : मान लीजिये "अनिल" के लिये ] कर रहे हैं तो :-
॥ ॐ जूं सः ( अनिल) पालय पालय सः जूं ॐ ॥

  • यदि रोगी जाप करे तो पहला मंत्र करे.
  • यदि रोगी के लिये कोइ और करे तो दूसरा मंत्र करे. नाम के जगह पर रोगी का नाम आयेगा.
  • रुद्राक्ष माला धारण करें.
  • रुद्राक्ष माला से जाप करें.
  • बेल पत्र चढायें.
  • भस्म [अगरबत्ती की राख] से तिलक करें.

15 फ़रवरी 2016

रुद्राय नमः



|| ओम  रुद्राय नमः ||

  1. रूद्र  शिव  का  मंत्र है.
  2. ११ माला ११ दिन तक करे.
  3. अत्यंत विवशता के समय में मार्ग प्रदान करेगा.

14 फ़रवरी 2016

पशुपतिनाथाय नमः


पशुओं के अधिपति - पशुपति 

पाशों के अधिपति - पशुपति 

संसार रुपी वन के सर्वविध पशुओं के एकमात्र अधिपति - पशुपति




॥ ऊं पशुपतिनाथाय नमः ॥
  1. स्वयं को पशुवत मानकर भगवान् शिव को अपना अधिपति मानते हुए यह साधना की जाती है |
  2. इसके रहस्य इस मन्त्र को जपते जपते अपने आप मिलेंगे या फिर कोई सक्षम गुरु आपको प्रदान करेगा |
  3. कोई समय/दिशा/मात्र/आहार/विहार/विचार का बंधन नहीं है |