13 मार्च 2024

सर्व विध रक्षा और उन्नति के लिए : दस महाविद्या कवच

 सर्व विध रक्षा और उन्नति के लिए : दस महाविद्या कवच 



कई पाठक पाठिकाओं ने अपने जीवन की कई समस्याओं के विषय मे मुझसे जानकारी और उपाय के विषय मे पूछा है ।

जीवन की लगभग हर समस्या का समाधान पाने का सहयोगात्मक उपाय उससे संबन्धित साधनाओं से किया जा सकता है जो कि सदगुरु के पास से प्राप्त होता और सर्वश्रेष्ठ होता है ।

गृहस्थ व्यक्ति के लिए साधना करना कई बार संभव नहीं होता ऐसी स्थिति मे जब गुरु प्रसन्न होते हैं तो वे ऐसे दुर्लभ और विशिष्ट उपाय की सृष्टि भी कर देते हैं जो हर समस्या मे काम करता है ।

ऐसा ही एक उपाय है दस महाविद्या कवच !

यह एक अत्यंत छोटा सा और प्रभावशाली कवच है जो चाँदी मे बना हुआ है । इसे गुरुदेव स्वामी सुदर्शन नाथ जी ने श्री महाकाल चक्र मण्डल के मंत्रों से इस प्रकार संगुफित किया है कि यह कम से कम गुरु की एक महादशा अर्थात लगभग 15-16 वर्ष तक प्रभावी रहेगा.....



तंत्र के क्षेत्र मे दस महाविद्याओं को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है । किसी एक महाविद्या के मंत्रों से सिद्ध किया गया कवच अद्भुत और शक्तिशाली बन जाता है ।


आप स्वयं कल्पना करें कि यदि कोई ऐसा कवच बनाया जाये, जिसे दसों महाविद्याओं से संबन्धित मंत्रों के द्वारा सिद्ध किया गया हो तो उसकी शक्ति कितनी प्रचंड होगी । वह भी एक ऐसे प्रचंड गुरु के द्वारा जिसने स्वयं दस महाविद्याओं की साधना की हुई हो ..... 


पूज्य गुरुदेव स्वामी सुदर्शन नाथ जी ने हिमालय की तराई मे पाई जाने वाली दस महाविद्याओं से संबन्धित गोपनीय तांत्रिक औषधियों के माध्यम से अभिमंत्रित करके दस महाविद्या कवच का निर्माण किया है ।  


आप चाहें तो इस अतिविशिष्ट कवच के विषय मे जानकारी/प्राप्त करने के लिए गुरुदेव के प्रिय शिष्य श्री प्रशांत पांडे जी से निम्नलिखित नंबर पर संपर्क कर सकते हैं । 


श्री प्रशांत पांडे [दिल्ली] 

मोबाइल - 8800458271


आपकी जानकारी के लिए दस महाविद्याये और उनकी साधना से होने वाले लाभ निम्नलिखित हैं :-




1 - महाकाली महाविद्या = शत्रुबाधा , मानसिक शांति, अभय !


2 - तारा महाविद्या = सर्व संकट निवारण, आर्थिक उन्नति, विद्या प्राप्ति !



3. त्रिपुर सुंदरी महाविद्या =  सौन्दर्य , सुखद वैवाहिक जीवन, भोग और मोक्ष की प्राप्ति !




4. भुवनेश्वरी महाविद्या = आत्म ज्ञान, स्वस्थ्य और ऊर्जा , संतान प्राप्ति !



5. त्रिपुर भैरवी महाविद्या = इतर योनि बाधा , डर व भय से मुक्ति, शत्रुओं से मुक्ति !



6. छिन्नमस्ता मंत्र = शत्रु विनाश, अभय, सर्वबाधा शमन , तंत्रबाधा नाशक !



7. धूमावती महाविद्या = गूढ रहस्यों का ज्ञान, संकट और न्यूनताओं का निवारण । 



8. बगलामुखी महाविद्या = शत्रुओं का स्तंभन और समूल नाश, वाक्पटुता, उत्तम स्वस्थ्य !





9. मातंगी महाविद्या = विद्या, बुद्धि, संगीत व कला का विकास । 


10. कमला महाविद्या = आर्थिक लाभ , ऋण मुक्ति, व्यापार वृद्धि, नौकरी में उन्नति, ऐश्वर्य और समृद्धि !


 


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