17 सितंबर 2010

विश्वकर्मा मन्त्र

भगवान श्री विश्वकर्मा कलपुर्जों तथा मशीनों के अधिपति देवता माने जाते हैं।


॥ऊं श्री विश्वकर्मायै नमः॥

16 सितंबर 2010

तारा गायत्री मन्त्र





तारा  गायत्री मन्त्र :-
॥ ऊं तारायै च विद्महे महोग्रायै च धीमहि तन्नो देवि प्रचोदयात ॥

14 सितंबर 2010

गणपति हवन विधि

एक सरल हवन विधान प्रस्तुत है जो आप आसानी से स्वयम कर सकते हैं ।

ऊं अग्नये नमः .........७ बार इस मन्त्र का जाप करें तथा आग जला लें ।

ऊं गुरुभ्यो नमः ..... २१ बार इस मन्त्र का जाप करें ।

ऊं अग्नये स्वाहा ...... ७ आहुति (अग्नि मे डालें)

ऊं गं  स्वाहा ..... १ बार

ऊं भैरवाय स्वाहा ..... ११ बार

ऊं गुरुभ्यो नमः स्वाहा .....१६ बार


ऊं गं गणपतये स्वाहा ..... १०८ बार

अन्त में कहें कि गणपति भगवान की कृपा मुझे प्राप्त हो....

गलतियों के लिये क्षमा मांगे.....

तीन बार पानी छिडककर शांति शांति शांति ऊं कहें.....


7 सितंबर 2010

उच्छिष्ट गणपति मन्त्रम

उच्छिष्ट गणपति मन्त्रम : अद्भुत फ़लदायक तथा गोपनीय मन्त्र

॥ हस्तिपिशाचिलिखे स्वाहा ॥

2 सितंबर 2010

तारा बीज युक्त गायत्री मन्त्र

तारा बीज युक्त गायत्री मन्त्र :-

॥ह्रीं स्त्रीं हुं फ़ट एकजटे विद्महे ह्रीं स्त्रीं हुं परे नीले विकट दंष्ट्रे ह्रीं धीमहि ऊं ह्रीं स्त्रीं हुं फ़ट ऐं सः स्त्रीं तन्नस्तारे प्रचोदयात ॥

29 अगस्त 2010

तारा तान्त्रोक्त मन्त्र

तारा का साधक ठीक उस शिशु की तरह होता है जो मां की गोद मे निश्चिन्त लेटा हुआ हो । जैसे मां अपने शिशु की जरुरतों को बिना कहे समझ कर पूरा कर देती है ठीक वैसी ही मां तारा की कृपा है।

 

॥ ऊं तारा तूरी स्वाहा ॥