25 फ़रवरी 2014

सदाशिव जगदम्बा मन्त्र


भगवान सदाशिव तथा जगदम्बा की
कृपा प्राप्ति के लिये मन्त्र :-

॥ ओम साम्ब सदाशिवाय नम: ॥





शिवरात्रि की रात्रि शाम ६ से सुबह ६ तक जाप करें..
जाप से पहले अपनी मनोकामना कह दें..

24 फ़रवरी 2014

रूद्र शिव




|| ओम  रुद्राय नमः ||

  1. रूद्र  शिव  का  मंत्र है. वे रुदन के कारक हैं , वे ही रुदन से मुक्त भी करने में सक्षम हैं.
  2. रुद्राक्ष माला से जाप करें.
  3. ११ माला ११ दिन तक करे.
  4. जाप समाप्ति के बाद माला को शिवलिंग पर चढ़ा दें.
  5. अत्यंत विवशता के समय में मार्ग प्रदान करेगा.

23 फ़रवरी 2014

दक्षिणामूर्ति शिव :आदि गुरु स्वरूप


दक्षिणामूर्ति शिव भगवान शिव का सबसे तेजस्वी स्वरूप है । यह उनका आदि गुरु स्वरूप है । इस रूप की साधना सात्विक भाव वाले सात्विक मनोकामना वाले तथा ज्ञानाकांक्षी साधकों को करनी चाहिये ।







॥ऊं ह्रीं दक्षिणामूर्तये नमः ॥


  • ब्रह्मचर्य का पालन करें.
  • ब्रह्ममुहूर्त यानि सुबह ४ से ६ के बीच जाप करें.
  • सफेद वस्त्र , आसन , होगा.
  • दिशा इशान( उत्तर और पूर्व के बीच ) की तरफ देखकर करें.
  • भस्म से त्रिपुंड लगाए . 
  • रुद्राक्ष की माला पहने .
  • रुद्राक्ष की माला से जाप करें.

22 फ़रवरी 2014

महा शिवरात्रि साधना शिविर 26-27 फरवरी







शिवरात्रि साधना शिविर 
26 - 27 फरवरी , 
निखिलधाम , भोजपुर , भोपाल में.
[0755] , 4269368, 4283681
  • इस शिविर में होगा :-
  • भगवान् शिव का सम्पूर्ण तंत्रोक्त पूजन 
  • भगवान्  शिव का सबसे प्रिय पूजन घनपाठ.
  • ब्रह्मास्त्र विद्या से कवचिकरण


 साधकों के लिए सुअवसर :-
  •  विविध साधनों से सम्बंधित  दीक्षाएं. तथा मंत्र , गुरूजी तथा माताजी द्वारा व्यक्तिगत रूप से साधकों को प्रदान किया जाएगा तथा साधनात्मक रहस्यों से अवगत कराया जायेगा.
  • विविध समस्याओं के समाधान के लिए व्यक्तिगत मार्गदर्शन.

21 फ़रवरी 2014

निखिलधाम






परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी [ डा नारायण दत्त श्रीमाली जी ] का यह दिव्य मंदिर है.

इसका निर्माण परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी [Dr. Narayan dutta Shrimali Ji ] के प्रिय शिष्य स्वामी सुदर्शननाथ जी तथा डा साधना सिंह जी ने करवाया है.



यह [ Nikhildham ] भोपाल [ मध्यप्रदेश ] से लगभग २५ किलोमीटर की दूरी पर भोजपुर के पास लगभग ५ एकड के क्षेत्र में बना हुआ है.

यहां पर  महाविद्याओं के अद्भुत तेजस्वितायुक्त विशिष्ठ मन्दिर बनाये गये हैं.













20 फ़रवरी 2014

परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी









परम हंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी

॥ ॐ श्रीं ब्रह्मांड स्वरूपायै निखिलेश्वरायै नमः


...नमो निखिलम...
......नमो निखिलम......
........नमो निखिलम........



  • यह परम तेजस्वी गुरुदेव परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी का तान्त्रोक्त मन्त्र है.
  • पूर्ण ब्रह्मचर्य / सात्विक आहार/आचार/विचार के साथ जाप करें.
  • पूर्णिमा से प्रारंभ कर अगली पूर्णिमा तक करें.
  • तीन लाख मंत्र का पुरस्चरण होगा.
  • नित्य जाप निश्चित संख्या में करेंगे .
  • रुद्राक्ष की माला से जाप होगा.
  • जाप के बाद वह माला गले में धारण कर लेंगे.
  • यथा संभव मौन रहेंगे.
  • किसी पर क्रोध नहीं करेंगे.

  1. यह साधना उन लोगों के लिए है जो साधना के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहते हैं. 
  2. यह साधना आपके अन्दर शिवत्व और गुरुत्व पैदा करेगी.
  3. यह साधना वैराग्य की साधना है.
  4. यह साधना जीवन का सौभाग्य है.
  5. यह साधना आपको धुल से फूल बनाने में सक्षम है.
  6. इस साधना से श्रेष्ट कोई और साधना नहीं है.

18 फ़रवरी 2014

उल्लासमय शिव : नटराज


यह मंत्र उनके लिए है जो .....
जीवन को एक उत्सव मानते हैं ....
उल्लास जिनकी जीवन शैली है ....
मुस्कान जिनके होंठों का श्रृंगार है.....
सहजता जिनकी प्रवृत्ति है ..................
....................यह शिवत्व की यात्रा है...........


॥ क्रीं आनंद ताण्डवाय नमः ॥

आनंद और उल्लास के साथ नृत्य के साथ इस मन्त्र का जाप करें.....

और फ़िर कहीं कुछ होगा, ऐसा जो अद्भुत होगा 
बाकी शिव इच्छा.......