एक प्रयास सनातन धर्म[Sanatan Dharma] के महासमुद्र मे गोता लगाने का.....कुछ रहस्यमयी शक्तियों [shakti] से साक्षात्कार करने का.....गुरुदेव Dr. Narayan Dutt Shrimali Ji [ Nikhileswaranand Ji] की कृपा से प्राप्त Mantra Tantra Yantra विद्याओं को समझने का...... Kali, Sri Yantra, Laxmi,Shiv,Kundalini, Kamkala Kali, Tripur Sundari, Maha Tara ,Tantra Sar Samuchhay , Mantra Maharnav, Mahakal Samhita, Devi,Devata,Yakshini,Apsara,Tantra, Shabar Mantra, जैसी गूढ़ विद्याओ को सीखने का....
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10 फ़रवरी 2016
25 दिसंबर 2015
22 जनवरी 2015
बसंत पंचमी : बालकों के लिये सरस्वती प्रयोग
बसंत पंचमी यानी सरस्वती सिद्धि दिवस. इस दिन आप अपने बालकों को बुद्धि तथा विद्या के विकास के लिये यह प्रयोग करें:-
- प्रात: काल स्नानादि करने के बाद आप १०८ बार या यथाशक्ति अपने गुरुमंत्र का जाप करे. यदि गुरु न बनाया हो तो मेरे गुरुमंत्र "ॐ परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः " का जाप कर लें.
- इसके बाद यथा शक्ति सरस्वती के बीज मंत्र " ऐं " का जप करे. कम से कम आधा घंटा जाप करना चाहिए .
- अब केसर या शहद से अपनी तर्जनी ऊँगली से अपने बालक/बालिका के जीभ पर सरस्वती बीज मन्त्र " ऐं " को लिखे.
- बालक/बालिका को यथा शक्ति गुरु मंत्र का जाप करने को कहें.
4 अगस्त 2014
30 नवंबर 2013
4 अगस्त 2013
4 अगस्त 2012
21 मार्च 2012
28 जनवरी 2012
बसंत पंचमी : बालकों के लिये सरस्वती प्रयोग
बसंत पंचमी यानी सरस्वती सिद्धि दिवस. इस दिन आप अपने बालकों को बुद्धि तथा विद्या के विकास के लिये यह प्रयोग करें:-
- प्रात: काल स्नानादि करने के बाद आप १०८ बार या यथाशक्ति अपने गुरुमंत्र का जाप करे. "ॐ परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः "
- इसके बाद यथा शक्ति सरस्वती के बीज मंत्र " ऐं " का जप करे.
- अब केसर या शहद से अपने बालक बालिका के जीभ पर सरस्वती बीज मन्त्र को लिखे.
- उसे यथा शक्ति गुरु मंत्र का जाप करने को कहें.
9 जुलाई 2011
2 अप्रैल 2011
सरस्वती साधना
॥ ऎं श्रीं ऎं ॥
लाभ - विद्या तथा वाकपटुता
विधि ---
- नवरात्रि में जाप करें.
- रात्रि काल में जाप होगा.
- रत्रि ९ बजे से सुबह ४ बजे के बीच का समय रात्रि काल है.
- सफ़ेद रंग का आसन तथा वस्त्र होगा.
- दिशा पूर्व या उत्तर की तरफ़ मुंह करके बैठना है.
- हो सके तो साधना स्थल पर ही रात को सोयें.
- सात्विक आहार तथा आचार विचार रखें.
- किसी स्त्री का अपमान न करें.
- किसी पर साधन काल में क्रोध न करें.
- किसी को ना तो कोसें और ना ही व्यर्थ का प्रलाप करें.
- यथा संभव मौन रखें.
- साधना में बैठने से पहले हल्का भोजन करें.
3 फ़रवरी 2011
2 फ़रवरी 2011
1 फ़रवरी 2011
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