॥ ऊं पशुपतिनाथाय नमः ॥
- दिगंबर रहकर साधना करें. संभव न हो तो काले रंग के वस्त्र धारण करें.
- तीन लाख मंत्र जाप का पुरश्चरण होगा.
- तिन लकीरों वाला टिका (त्रिपुंड) लगाकर साधना करें.
- कम से कम भोजन करें.
- कर सकें तो साधना स्थल पर भूमि शयन करें.
- क्रोध, बकवास , गप्पबाजी लड़ाई न करें.
- किसी को आशीर्वाद/श्राप न दें.
- किसी के पैर साधना काल में न छुएँ न किसी को पैर छूने दें.
- रुद्राक्ष माला से जाप करें.
- जाप के बाद दिन भर माला गले में धारण करें.
- पहले दिन जितना जाप करें रोज उतना ही करें. कम ज्यादा न करें.
- पहले दिन दायें हाथ में जल लेकर अपनी इच्छा भगवान् शिव के सामने बोलकर जल छोड़ दें.
- अपने सामने शिवलिंग रखकर साधना करें.