22 जनवरी 2011

बगलामुखी 36 अक्षरी मन्त्रम

॥ ऊं ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानाम वाचं मुखम पदम स्तम्भय जिह्वाम कीलय बुद्धिम विनाशय ह्लीं ऊं स्वाहा ॥

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