॥ ऊं अघोरेश्वराय महाकालाय नमः ॥
- १,२५,००० मंत्र का जाप .
- पूरे श्रावण मास तक जाप पूरा करें .
- दिगंबर अवस्था में जाप करें.
- पहले एक माला गुरुमंत्र [॥ ऊं परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः ॥] का जाप करें.
- अपने शरीर पर अगरबत्ती की राख से त्रिपुंड बनाएं
- त्रिपुंड का मतलब तीन रेखा वाला तिलक.इसे माथे, गाल, दोनों बांह, हृदय,नाभि, दोनों बाजू, दोनों जांघ और पीठ पर बनाना चाहिये.
- रुद्राक्ष पहने तथा रुद्राक्ष की माला से जाप करें.
- किसी हालत में क्रोध ना करें. क्रोध बहुत आयेगा मगर उसपर नियंत्रण करने से ही शिव कृपा मिलेगी.
- किसी स्त्री का अपमान ना करें.
- सात्विक आचार विचार और व्यवहार रखें.
अच्छी जानकारी मंत्रों के बारे में
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