7 जुलाई 2011

अघोरेश्वर महादेव मन्त्रम







॥ ऊं अघोरेश्वराय महाकालाय नमः ॥

  • १,२५,००० मंत्र का जाप .
  • पूरे श्रावण मास तक जाप पूरा करें .
  • दिगंबर अवस्था में जाप करें.
  • पहले एक माला गुरुमंत्र [॥ ऊं परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः ॥] का जाप करें.
  • अपने शरीर पर अगरबत्ती की राख से त्रिपुंड बनाएं 
  • त्रिपुंड का मतलब तीन रेखा वाला तिलक.इसे माथे, गाल,  दोनों   बांह, हृदय,नाभि, दोनों बाजू,  दोनों   जांघ और पीठ पर बनाना चाहिये.
  • रुद्राक्ष पहने तथा रुद्राक्ष की माला से जाप करें.
  • किसी हालत में क्रोध ना करें. क्रोध बहुत आयेगा मगर उसपर नियंत्रण करने से ही शिव कृपा मिलेगी.
  • किसी स्त्री का अपमान ना करें.
  • सात्विक आचार विचार और व्यवहार रखें.

1 टिप्पणी:

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