यह सरस्वती प्रयोग है .
- मेरे वरिष्ट गुरु भाई स्वामी अदित्यानंद जी के द्वारा मुझे यह प्रयोग प्राप्त हुआ है.
- आप यह प्रयोग निम्नलिखित दिनों में कर सकते हैं :-
- जगन्नाथ रथ यात्रा [ अषाढ़ शुक्ल २ ]
- गुरुपूर्णिमा,
- बसंत पंचमी,
- रामनवमी,
- विजयादशमी,
- शिवरात्रि ,
- कालरात्री,
- और नवरात्रि की पंचमी
एक माला गुरु मन्त्र क जाप करें
॥ ॐ परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः ॥
अब निम्नलिखित मन्त्र का आधे घंटे तक जाप करें :-
॥ ऎं ऎं ऎं सरस्वत्यै ऎं ऎं ऎं नमः ॥
इसके बाद भीगे हुए केसर में तर्जनी उंगली डुबाकर बच्चे की जीभ पर
ऎं
लिखें. यह देवी सरस्वती का बीज मंत्र है, इसे लिखते समय देवी से प्रार्थना करें की वह बच्चे पर कृपा करे तथा उसके कंठ पर विराजमान होकर उसे बुद्धिशाली बनाए.
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