21 मार्च 2013

हनुमान मन्त्र





॥ ॐ पंचमुखाय महारौद्राय कपिराजाय नमः ॥ 




ब्रह्मचर्य का पालन किया जाना चाहिये. साधना का समय रात्रि ९ से सुबह ६ बजे तक. साधना कक्ष में हो सके तो किसी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश न दें. जाप संख्या ११,००० होगी. प्रतिदिन चना,गुड,बेसन लड्डू,बूंदी में से किसी एक वस्तु का भोग लगायें. हवन ११०० मन्त्र का होगा, इसमें जाप किये जाने वाले मन्त्र के अन्त में स्वाहा लगाकर सामग्री अग्नि में डालना होता है. हवन सामग्री में गुड का चूरा मिला लें. वस्त्र तथा आसन लाल रंग का होगा. रुद्राक्ष की माला से जाप होगा.

2 टिप्‍पणियां:

  1. kya aap vistaar purwak danik puja kese ki jati hai uske baare me jankri de sakte hai
    kon se mantra
    kis cheej ke baad kya karna hai
    step by step
    kon se aarti
    hawan
    sankh
    jal
    bhog
    tilak
    mala
    fuul
    etcccc

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  2. इस साधना का क्या फल है
    इस साधना को सम्पन करने के बाद किस तरह का फल प्राप्त होगा और इसके प्रोयोग क्या है |
    साधना में आने वाली परशानी
    आसन और शरीर कीलन किए बेगार क्या ये साधना सम्पन हो सकती है
    क्या ये सोम्य या उग्र दोनों में से कोन सी साधना है
    कृपा मेरा मार्गदर्शन किजए
    योगेश शर्मा

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