16 जुलाई 2013

श्रेष्ठ तांत्रिक गुरु के लक्षण





श्रेष्ठ तांत्रिक गुरु के  लक्षण :-

श्रेष्ठ तांत्रिक गुरु को अपने गुरु का एक अच्छा शिष्य होना चाहिये. 

अपने गुरु के प्रति पूर्ण समर्पण होना चाहिये.

श्रेष्ठ तांत्रिक गुरु को साधक होना चाहिये.

 उसे निरंतर साधना करते रहना चाहिये.

श्रेष्ठ तांत्रिक गुरु को कम से कम एक महाविद्या सिद्ध होनी चाहिये.

श्रेष्ठ तांत्रिक गुरु को वाक सिद्धि होनी चाहिये अर्थात उसे आशिर्वाद और श्राप दोनों देने में सक्षम होना चाहिये.

श्रेष्ठ तांत्रिक गुरु को पूजन करना और कराना आना चाहिये.

श्रेष्ठ तांत्रिक गुरु को योग और मुद्राओं का ज्ञान होना चाहिये.

श्रेष्ठ तांत्रिक गुरु को रस सिद्धि होनी चाहिये, अर्थात पारद के संस्कारों का ज्ञान होना चाहिये.

श्रेष्ठ तांत्रिक गुरु को मन्त्र निर्माण की कला आती है. वह आवश्यकतानुसार मंत्रों का निर्माण कर सकता है और पुराने मंत्रों मे आवश्यकतानुसार संशोधन करने में समर्थ होता है.

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