16 जनवरी 2015

नवार्ण मन्त्र







॥ ऐं ह्रीं क्लीं चामुन्डायै विच्चै ॥


ऐं = सरस्वती का बीज मन्त्र है ।

ह्रीं = महालक्ष्मी का बीज मन्त्र है ।

क्लीं = महाकाली का बीज मन्त्र है ।
 नवार्ण मन्त्र का जाप इन तीनों देवियों की कृपा प्रदान करता है ।
जितना ज्यादा से ज्यादा जाप कर सकते हों करें.
माघ शुक्ल प्रतिपदा से पूर्णिमा तक करें.

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