28 जून 2018

पूज्यपाद गुरुदेव परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंदजी




पूज्यपाद गुरुदेव परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद साधना

|| ॐ ऐ श्रीं क्लीं प्राणात्मन निं सर्व सिद्धि प्रदाय निखिलेश्वरानन्दाय  नमः  ||

  • वस्त्र - सफ़ेद वस्त्र धारण करें.
  • आसन - सफ़ेद होगा.
  • समय - प्रातः ४ से ६ बजे का समय सबसे अच्छा है, न हो पाए तो कभी भी कर सकते हैं.
  • दिशा - उत्तर या पूर्व की ओर देखते हुए बैठें
  • साधनाकाल में ब्रह्मचारी रहें . 
  • किसी से विवाद, क्रोध, बकवास ना करें .
  • यथासंभव मौन धारण करें 
  • अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनने का प्रयास करें .

  • पुरश्चरण - सवा लाख मंत्र जाप का होगा
  • नवरात्री में नित्य रात्रि 10 बजे से 1 बजे तक बिना संख्या के जाप करने से भी अनुकूलता मिलेगी .हवन विजयादशमी को करना श्रेष्ट होगा |
  • हवन - १२,५०० मंत्रों से
  • हवन सामग्री - दशांग या घी


विधि :-
सामने गुरु चित्र रखें गुरु यन्त्र या श्री यंत्र हो तो वह भी रखें .

हाथ में पानी लेकर बोले की " मै [अपना नाम ] गुरुदेव परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंदजी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्ति के लिए यह प्रयोग कर रहा हूँ , वे प्रसन्न हों और मुझपर कृपा करें साधना के मार्ग पर आगे बढायें ". अब पानी नीचे छोड़ दें.

लाभ :-
  • पूज्यपाद गुरुदेव परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंदजी की कृपा प्राप्त होगी .
  • जो आपको साधना पथ पर तेजी से आगे बढ़ाएगी.
  • यदि गुरु की प्राप्ति नहीं हुई है तो इस सम्बन्ध में कोई राह निकलेगी 
  • साधनात्मक बल बढेगा .
  • उग्र साधनों में रक्षा कवच की तरह कार्य करेगा .

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