होली : अघोर शिव साधना
- होली दहन की रात्रि से प्रारंभ कर सवा लाख जाप का अनुष्टान कर सकते हैं |
- होलिका दहन की रात्रि को 108 माला जाप कर सकते हैं .
- भगवान् शिव की कृपा से समस्त समस्याओं में मार्ग मिलेगा .
एक प्रयास सनातन धर्म[Sanatan Dharma] के महासमुद्र मे गोता लगाने का.....कुछ रहस्यमयी शक्तियों [shakti] से साक्षात्कार करने का.....गुरुदेव Dr. Narayan Dutt Shrimali Ji [ Nikhileswaranand Ji] की कृपा से प्राप्त Mantra Tantra Yantra विद्याओं को समझने का...... Kali, Sri Yantra, Laxmi,Shiv,Kundalini, Kamkala Kali, Tripur Sundari, Maha Tara ,Tantra Sar Samuchhay , Mantra Maharnav, Mahakal Samhita, Devi,Devata,Yakshini,Apsara,Tantra, Shabar Mantra, जैसी गूढ़ विद्याओ को सीखने का....
होली : अघोर शिव साधना
होलिका दहन तन्त्र साधनाओं का विशिष्ट सिद्ध मुहूर्त है :-
दक्षिणामूर्ति शिव भगवान शिव का सबसे तेजस्वी स्वरूप है । यह उनका आदि गुरु स्वरूप है । इस रूप की साधना सात्विक भाव वाले सात्विक मनोकामना वाले तथा ज्ञानाकांक्षी साधकों को करनी चाहिये ।