साल में दो नवरात्रि आती है जो कि चैत्र माह में होती है जिस महीने में रामनवमी पड़ती है । दूसरी आश्विन माह में आती है जिसमे दशहरा पड़ता है । यह दोनों नवरात्रि व्यापक रूप से मनाई जाती है । इसमें भी दशहरा वाली नवरात्रि को ज्यादा महत्व दिया जाता है.....
साधना के क्षेत्र मे इसके अलावा दो और नवरात्रियां वर्ष में मानी गई है । जिनको गुप्त नवरात्रि कहा जाता है । इसमे से एक माघ महीने में यानि मार्च महीने मे आती है और दूसरी आषाढ़ यानि जुलाई के महीने में आती है । इन दोनों में भी आप शक्ति साधना कर सकते हैं । इस वर्ष 2022 की आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि 30 जून से प्रारंभ हो रही है ।
इस नवरात्रि के अवसर पर आप देवी से संबंधित साधनाएं कर सकते हैं, इन मंत्रों को किसी भी जाति आयु और लिंग का व्यक्ति जो सनातन धर्म मे विश्वास रखता है वह कर सकता है ।
नवरात्रि के अवसर पर शक्ति का संचरण पृथ्वी पर ज्यादा मात्रा में होता है । ऐसा माना जाता है । उस अवसर पर उनके लिए की गई साधनाएं ज्यादा अनुकूलता और परिणाम देती है । इसलिए नवरात्रि के अवसर पर देवी की साधना करना ज्यादा लाभप्रद माना गया है ....
अपनी क्षमता के अनुसार आप रोज 5 मिनट, 10 मिनट से लेकर दो-तीन घंटे तक जितना आप की क्षमता हो.... उतना मंत्र जाप करें.... और देवी की अनुकूलता की प्रार्थना करें !
भगवती की कृपा प्राप्त करने का प्रयास करें !!