12 अगस्त 2022

अष्टकाली साधना

 

  



॥  ऊं अष्टकाल्यै क्रीं श्रीं ह्रीं क्रीं सिद्धिं मे देहि दापय नमः ॥


  1.  
कमजोर मनस्थिति वाले पुरुष/महिलाएं/बच्चे इस साधना को ना करें |
  1. दक्षिण दिशा की ओर मुख करके जाप करें.
  2. दिगम्बर अवस्था में जाप करें या काले रंग का आसन वस्त्र रखें.
  3. 108 दाने वाली रुद्राक्ष या काली हकीक माला से जाप करें.
  4. पुरश्चरण 1,25,000 मन्त्रों का होगा.यानि 1250 माला . 
  5. 11000, 21000, 51000 की संख्या मे भी कर सकते हैं , यानि 110, 210, 510 माला । 
  6. रात्रिकाल में जाप करें.
  7. दशमी के दिन काली मिर्च/ तिल/दशांग/घी/ चमेली के तेल  से दशांश  हवन  करें |
हवन होने के बाद किसी बालिका को यथाशक्ति दान दें |

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