एक प्रयास सनातन धर्म[Sanatan Dharma] के महासमुद्र मे गोता लगाने का.....कुछ रहस्यमयी शक्तियों [shakti] से साक्षात्कार करने का.....गुरुदेव Dr. Narayan Dutt Shrimali Ji [ Nikhileswaranand Ji] की कृपा से प्राप्त Mantra Tantra Yantra विद्याओं को समझने का...... Kali, Sri Yantra, Laxmi,Shiv,Kundalini, Kamkala Kali, Tripur Sundari, Maha Tara ,Tantra Sar Samuchhay , Mantra Maharnav, Mahakal Samhita, Devi,Devata,Yakshini,Apsara,Tantra, Shabar Mantra, जैसी गूढ़ विद्याओ को सीखने का....
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14 जुलाई 2010
13 जुलाई 2010
12 जुलाई 2010
11 जुलाई 2010
10 जुलाई 2010
9 जुलाई 2010
8 जुलाई 2010
गणपति स्तवन
सुमुखश्चैकदन्तश्च कपिलो गजकर्णकः |
लम्बोदरश्च विकटो विघ्ननाशो विनायकः।
धुम्रकेतुर्धनाध्यक्षो भालचन्द्रो गजाननः|
द्वादशैती नामानि पठेद्श्रुनुयादपी |
विद्यारंभे विवाहे च संग्रामे संकटे तथा विघ्नस्तस्य न जायते ||
लम्बोदरश्च विकटो विघ्ननाशो विनायकः।
धुम्रकेतुर्धनाध्यक्षो भालचन्द्रो गजाननः|
द्वादशैती नामानि पठेद्श्रुनुयादपी |
विद्यारंभे विवाहे च संग्रामे संकटे तथा विघ्नस्तस्य न जायते ||
7 जुलाई 2010
हनुमान मन्त्र - २
दिन - मंगलवार, शनिवार ।
आसन और वस्त्र - लाल ।
दिशा - दक्षिण ।
॥ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट ॥
6 जुलाई 2010
5 जुलाई 2010
अष्ट्काली मन्त्र
किसी भी मास की कृष्ण पक्ष की प्रथमा तिथि से प्रारम्भ कर के अमावस्या तक नित्य ३ घंटे रात्रि ९ से ४ के बीच जाप करें :-
। ऊं अष्टकाल्यै क्रीं श्रीं ह्रीं क्रीं सिद्धिम देहि दापय नमः ।
4 जुलाई 2010
3 जुलाई 2010
सूर्य गायत्री मन्त्रम
सूर्य भगवान की क्रपा प्राप्ति के लिये :-
॥ ऊं भास्कराय विद्महे महातेजाय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयात ॥
2 जुलाई 2010
शिव मन्त्रम
ऊं नमः शिवाय ह्रीं
सर्व विध ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिये इस मन्त्र का श्रावण मास मे जाप करें
1 जुलाई 2010
गुरु प्राप्ति साधना
साधनाओं का मार्ग गुरु गम्य मार्ग है । यदि आप गुरु की तलाश मे हैं और गुरु की प्राप्ति नही हो पा रही है तो निम्नलिखित गुरु मन्त्र का सवा लाख
मन्त्र जाप गुरु पूर्निमा तक करें । आपको मार्गदर्शन की प्राप्ति होगी ।
॥ ऊं परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः ॥
29 जून 2010
उच्छिष्ठ चन्डालिनी मन्त्रम
॥ नमः उच्छिष्ठ चान्डालिनी सुमुखी देवी महापिशाचिनी ह्रीं ठः ठः ॥
यह उच्छिष्ठ चन्डालिनी मन्त्र है इस मन्त्र का जाप करने से अघोर साधनाओं का मार्ग प्रशस्त होता है.
30 मई 2010
नवार्ण मन्त्रम
॥ ऎं ह्रीं क्लीं चामुन्डायै विच्चै ॥
यह नवार्ण मन्त्र है.
इसमे ऎं महासरस्वति का बीज मन्त्र है. ह्रीं महालक्ष्मी का तथा क्लीं महकाली का बीज मन्त्र है.
नवरात्रि मे इस मन्त्र का यथा शक्ति जप करने से महामाया कि कॄपा प्राप्त होती है ।
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