एक प्रयास सनातन धर्म[Sanatan Dharma] के महासमुद्र मे गोता लगाने का.....कुछ रहस्यमयी शक्तियों [shakti] से साक्षात्कार करने का.....गुरुदेव Dr. Narayan Dutt Shrimali Ji [ Nikhileswaranand Ji] की कृपा से प्राप्त Mantra Tantra Yantra विद्याओं को समझने का...... Kali, Sri Yantra, Laxmi,Shiv,Kundalini, Kamkala Kali, Tripur Sundari, Maha Tara ,Tantra Sar Samuchhay , Mantra Maharnav, Mahakal Samhita, Devi,Devata,Yakshini,Apsara,Tantra, Shabar Mantra, जैसी गूढ़ विद्याओ को सीखने का....
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7 अप्रैल 2024
6 अप्रैल 2024
5 अप्रैल 2024
काल भैरव अष्टकम
काल भैरव अष्टकम
देवराजसेव्यमानपावनांघ्रिपङ्कजं व्यालयज्ञसूत्रमिन्दुशेखरं कृपाकरम् ।
नारदादियोगिवृन्दवन्दितं दिगंबरं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ १॥
भानुकोटिभास्वरं भवाब्धितारकं परं नीलकण्ठमीप्सितार्थदायकं त्रिलोचनम् ।
कालकालमंबुजाक्षमक्षशूलमक्षरं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ २॥
शूलटंकपाशदण्डपाणिमादिकारणं श्यामकायमादिदेवमक्षरं निरामयम् ।
भीमविक्रमं प्रभुं विचित्रताण्डवप्रियं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ३॥
भुक्तिमुक्तिदायकं प्रशस्तचारुविग्रहं भक्तवत्सलं स्थितं समस्तलोकविग्रहम् ।
विनिक्वणन्मनोज्ञहेमकिङ्किणीलसत्कटिं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे॥ ४॥
धर्मसेतुपालकं त्वधर्ममार्गनाशनं कर्मपाशमोचकं सुशर्मधायकं विभुम् ।
स्वर्णवर्णशेषपाशशोभितांगमण्डलं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ५॥
रत्नपादुकाप्रभाभिरामपादयुग्मकं नित्यमद्वितीयमिष्टदैवतं निरंजनम् ।
मृत्युदर्पनाशनं करालदंष्ट्रमोक्षणं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ६॥
अट्टहासभिन्नपद्मजाण्डकोशसंततिं दृष्टिपात्तनष्टपापजालमुग्रशासनम् ।
अष्टसिद्धिदायकं कपालमालिकाधरं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ७॥
भूतसंघनायकं विशालकीर्तिदायकं काशिवासलोकपुण्यपापशोधकं विभुम् ।
नीतिमार्गकोविदं पुरातनं जगत्पतिं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ८॥
विधि :-
सूर्यग्रहण के अवसर पर 108 पाठ करें ।
यह सभी प्रकार के पूजन के पूर्व रक्षा के लिए उपयोगी है।
विभिन्न प्रकार के रक्षा प्रयोगों मे किया जा सकता है ।
3 अप्रैल 2024
साधना मे रक्षा हेतु हनुमान शाबरमंत्र
साधना मे रक्षा हेतु हनुमान शाबरमंत्र
· इस शाबर मंत्र को किसी शुभ दिन जैसे ग्रहण, होली, रवि पुष्य योग, गुरु पुष्य योग मे1008 बार जप कर सिद्ध कर ले ।
· इस मंत्र का जाप आप एकांत/हनुमान मंदिर/अपने घर मे करें |
· हनुमान जी का विधी विधान से पुजन करके 11 लड्डुओ का भोग लगा कर जप शुरू कर दे । जप समाप्त होने पर हनुमान जी को प्रणाम करे | त्रुटियों के लिए क्षमा प्रार्थना कर लें |
· जब भी आप कोई साधना करे |तो मात्र 7 बार इस मंत्र का जाप करके रक्षा घेरा बनाने से स्वयं हनुमान जी रक्षा करते है ।
· इस मंत्र का 7 बार जप कर के ताली बजा देने से भी पूर्ण तरह से रक्षाहोती है ।
इस मंत्र को सिद्ध करने के बाद रोज इस मंत्र की 1 माला जाप करने पर इसका तेज बढ़ता जाता है और टोना जादु साधक पर असर नही करते ।
मंत्र :-
॥ ओम नमो वज्र का कोठा, जिसमे पिंण्ड हमारा पैठा,
ईश्वर कुंजी ब्रम्हा का ताला, मेरे आठो अंग का यति हनुमंत वज्र वीर रखवाला ।
2 अप्रैल 2024
सद्गुरुदेव डा नारायण दत्त श्रीमाली जी द्वारा प्रदत्त एक गोपनीय शाबर रक्षा मंत्र
एक गोपनीय शाबर रक्षा मंत्र
यह सद्गुरुदेव डा नारायण दत्त श्रीमाली जी के द्वारा दिया गया एक अद्भुत मंत्र है .....
ॐ रक्षो रक्ष महावीर !
काला गोरा भेरूँ! बल वहन करे !
वज्र सी देह रक्षा करे ! एडी सू चोटी चोटी सू एडी !
तणो वज्र निरधार झरे ! ठम ठम ठम !!!
इसे आप 108 बार जपकर सूर्यग्रहण के अवसर पर सिद्ध कर लें ।.
इसका नित्य 3 बार जाप करते रहें तो आपके ऊपर किसी प्रकार का प्रयोग आदि होने पर उससे रक्षा होगी ।.
1 अप्रैल 2024
सूर्यग्रहण विशेष - रक्षा नारियल
सूर्यग्रहण विशेष - रक्षा नारियल
सूर्यग्रहण के अवसर पर अपने घर मे गृह शांति और रक्षा के लिए एक विधि प्रस्तुत है जिसके द्वारा आप अपने घर पर पूजन करके नारियल बाँध सकते हैं.
आवश्यक सामग्री :-
लाल कपडा सवा मीटर
नारियल
काला धागा
पंचमुखी रुद्राक्ष 3
सामान्य पूजन सामग्री
वस्त्र/आसन काले रंग का हो तो पहन लें यदि न हो तो जो हो उसे पहन लें.
सबसे पहले शुद्ध होकर आसन पर बैठ जाएँ. हाथ में जल लेकर कहें " मै [अपना नाम ] अपने घर की रक्षा और शांति के लिए यह पूजन कर रहा हूँ महाकाली मुझपर कृपा करें और मेरा मनोरथ सिद्ध करें."
इतना बोलकर हाथ में रखा जल जमीन पर छोड़ दें. इसे संकल्प कहते हैं.
नारियल पर काला धागा [अपने शरीर की लंबाई का सात गुना लम्बा तोड़ लें.] लपेट लें.
लपेटते समय निम्नलिखित मंत्र का जाप करें." ॐ नमः शिवाय "
अब अपने सामने लाल कपडे पर नारियल रख दें. पूजन करें.
गोबर का कंडा जलाकर उसमे एक चमच घी और एक टुकड़ा देशी कपूर डालकर धुप करें न हो पाए तो धूप /अगरबत्ती जलाएं .
नारियल के सामने निम्नलिखित मंत्र का 108 बार जाप करें ।
स्वयंसिद्ध महाकाली मंत्र
।। हुं हुं ह्रीं ह्रीं कालिके
घोर दन्ष्ट्रे प्रचन्ड चन्ड नायिके
दानवान दारय हन हन शरीरे
महाविघ्न छेदय छेदय स्वाहा हुं फट ।।
उच्चारण के लिए यूट्यूब देखें :-
अब इस नारियल को अन्य पूजन सामग्री के साथ लाल कपडे में लपेट ले.
आपका रक्षा नारियल तय्यार है.
इसे आप ग्रहण वाले दिन , घर की छत में हुक हो तो उसपर बांधकर लटका दें.
यदि न हो तो पूजा स्थान में रख लें. नित्य पूजन के समय इसे भी अगरबत्ती दिखाएँ.