जो लोग स्वास्थ्यगत कारणों या उम्र के कारण बैठ कर साधना नहीं कर सकते हैं वे चलते फ़िरते निम्नलिखित काली बीज मन्त्र का जाप नवरात्रि में कर सकते हैं.
॥ क्लीं ॥
- यदि चाहें तो अष्टमी या नवमी को १०८ बार इस मन्त्र में स्वाहा लगाकर हवन कर लें.
- अगर ऐसा ना करना चाहें तो इसी मन्त्र से एक नारियल पर लाल कुम्कुम की बिन्दियां १०८ बार लगायें अब इस नारियल को काली/दुर्गा/शिव मंदिर में अपनी मनोकामना बताकर चढा दें.