॥ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं रुद्ररूपाय महासिद्धाय ह्रीं ह्रीं ह्रीं नमः ॥
- यह तान्त्रिक बीज मन्त्र युक्त मन्त्र है.
- जाप प्रारंभ करने से पहले अपनी मनोकामना प्रभु के सामने व्यक्त करें.
- ब्रह्मचर्य का पालन करें.
- एक समय भोजन करें. बीच में चाहें तो फ़लाहार कर सकते हैं.
- दक्षिण दिशा में मुख करके वज्रासन या वीरासन में बैठें.
- रात्रि ९ से ३ के बीच जाप करें.
- लाल वस्त्र पहनकर लाल आसन पर बैठ कर जाप करें.
- गुड तथा चने का भोग लगायें.
- यथाशक्ति जाप जोर से बोल कर करें.
- ११००० जाप करें ११०० मन्त्रों से हवन करें.
- साधना पूर्ण होने पर एक छोटे बालक को उसकी पसंद का वस्त्र लेकर दें.
nice post
जवाब देंहटाएंसार्थक जान कारी
जवाब देंहटाएंbahut achchi jaankaari.saarthak lekh.badhaai aapko.
जवाब देंहटाएंplease visit my blog and leave the comments also.aabhar
भक्ति रस में लगे रहो,
जवाब देंहटाएंमंत्र के बारे में जानकर अच्छा लगा,
जवाब देंहटाएंmera naam nilesh hai aur ye sadhana kis din shuru karni hai, kitne din karni hai aur iska upyog kaise karna hai
जवाब देंहटाएंaap mangal ya shanivaar se praarMbh kare. prabhu har iccha poorn karane me samarth hai.
जवाब देंहटाएंशायद आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज बुधवार के चर्चा मंच पर भी हो!
जवाब देंहटाएंसूचनार्थ