- साधना के अनुसार दिए गए रंग के वस्त्र तथा आसन का प्रयोग करें.
- साधना कक्ष एकांत होना चाहिए.
- ब्रह्मचर्य का पालन अनिवार्य है,
- साधनाकाल में प्रत्येक स्त्री को मातृवत मानकर सम्मान दें
- रुद्राक्ष की माला से जाप कर सकते हैं.
- उत्तर दिशा की ओर देखते हुए जाप करें.
- पहले दिन जाप से पहले हाथ में पानी लेकर कहे की " मै [अपना नाम लें ] अपनी [इच्छा बोले] की पूर्ति के लिए यह जाप कर रहा हूँ, आप कृपा कर यह इच्छा पूर्ण करें "
- पहले गुरु मंत्र की एक माला जाप करें फिर साधना मंत्र का जाप करें.
- अंत में पुनः गुरु मंत्र की एक माला जाप करें.
- नौ दिन में कम से कम २१ हजार मन्त्र जाप करें. ज्यादा कर सकें तो ज्यादा बेहतर है.
- अपने सामने माला या अंगूठी [जो आप हमेशा पहनते हैं ] को रख कर मन्त्र जप करेंगे तो वह मंत्रसिद्ध हो जायेगा और भविष्य मे रक्षाकवच जैसा कार्य करेगा.
साधना करने से पहले किसी तांत्रिक गुरु से दीक्षा ले लेना श्रेष्ट होता है.
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