ब्रह्मा मुरारी, त्रिपुरान्तकारी, भानु शशि, भूमि सुतो, बुधश्च
गुरुश्च शुक्रः, शनि राहु केतवः, सर्वे ग्रहाः, शान्तिकराः भवन्तु ....
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इस स्तोत्र के पाठ से ब्रह्मा विष्णु महेश तथा नवग्रहों की कृपा प्राप्त होती है
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किसी भी कार्य को करने के पहले इसका पाठ करके कार्य प्रारंभ करें.
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नित्य पूजन में इसे शामिल करना चाहिए.
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किसी भी कार्य को करने के पहले इसका पाठ करके कार्य प्रारंभ करें.
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नित्य पूजन में इसे शामिल करना चाहिए.
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