15 नवंबर 2016

भगवती कामाख्या साधना

भगवती कामाख्या मूल शक्ति हैं






 जो सभी साधनाओं का मूल हैं ।

॥ ऊं ऎं ह्रीं क्लीं कामाख्यायै स्वाहा ॥


विशिष्ट  निर्देश :-
  1. साधनाएँ इष्ट तथा गुरु की कृपा से प्राप्त और सिद्ध होती हैं |
  2. साधना की सफलता साधक की एकाग्रता और उसके श्रद्धा और विश्वास पर निर्भर करता है |
  3. भगवती कामाख्या मूल शक्ति हैं । इस साधना को  कम से कम ५  वर्षों तक लगातार करते रहैं |
  4. यह साधना विवाहित साधकों को ही करनी चाहिए । 
  5. यह साधना पति पत्नी एक साथ करें तो ज्यादा लाभ होगा। 
  6. इस साधना में दिशा /आसन/वस्त्र /संख्या का महत्व नहीं है
  7. जाप गौरीशंकर रुद्राक्ष की माला से किया जाये तो सर्व श्रेष्ट है ना हो तो पञ्चमुखी रुद्राक्ष या किसी भी रुद्राक्ष की माला  स्वीकार्य  है |


  • यह साधना गुरु की अनुमति से ही करें। 
  • साधना नियमित रूप से करें। 
  • जाप के दौरान बकवास और बेवजह का प्रलाप चुगली आदि ना करें|
  • किसी महिला ( चाहे वह नौकरानी ही क्यों न हो ) का अपमान ना करें |
  • साधना काल में किसी के बारे में बुरा न बोले। भविष्यवाणी न करें। 



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