शनि मंत्र प्रयोग :-
एक नयी रुद्राक्ष या काली हकीक की माला ले लें । न मिले तो कोई भी काले दानों वाली माला ले लें । माला ऐसी हो कि उसे आप पहन सकें ।
शनि जयंती/अमावस्या/ शनिवार से प्रारम्भ करके 11 दिन इस मंत्र की नित्य 11 माला जाप करें । जाप के बाद उस माला को कम से कम एक घंटे के लिए पहन लें । चाहें तो पूरे दिन भी पहन सकते हैं ।
ऐसा रोज 11 दिन तक करें ।
ग्यारहवें दिन पहनने के बाद जब आप माला उतारें तो उसे काले कपड़े मे रखें, साथ मे एक मुट्ठी तिल , एक रुपये का 11 सिक्का भी रख दें । इसके बाद उस सामग्री को आप उस काले कपड़े मे बांध कर पोटली बना लें ।
उस पोटली को अपने सर से पैर तक 11 बार स्पर्श करा लें ।
काले रंग का धागा लेकर उससे अपनी कुल लंबाई नाप लें और उस लंबाई का 9 गुना लंबा धागा ले लें ।
[मान लीजिये आपकी लंबाई 1 मीटर है तो आपको 9 मीटर लंबा धागा लेना है । ]
इस धागे को सामग्री बंधे हुए कपड़े पर लपेट दें ।
अब इस को शनि मंदिर/नदी/तालाब/निर्जन स्थान पर छोड़ दें ।
मंदिर मे गए हों तो मंदिर के पुजारी को कम से कम एक रुपये दान अवश्य करें ।
शनि मंत्र :-
ॐ प्राँ प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः ॥
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