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28 जनवरी 2012

बसंत पंचमी : बालकों के लिये सरस्वती प्रयोग


बसंत पंचमी यानी सरस्वती सिद्धि दिवस. इस दिन आप अपने बालकों को बुद्धि तथा विद्या के विकास के लिये यह प्रयोग करें:-

  • प्रात: काल स्नानादि करने के बाद आप १०८ बार या यथाशक्ति अपने गुरुमंत्र का जाप करे. "ॐ परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः "

  • इसके बाद यथा शक्ति सरस्वती के बीज  मंत्र  " ऐं " का जप करे.
  • अब केसर या शहद से अपने बालक बालिका के जीभ पर सरस्वती बीज मन्त्र को लिखे.
  • उसे यथा शक्ति गुरु मंत्र का जाप करने को कहें. 

22 जनवरी 2012

साधक जिज्ञासा

Query:-


pl tell me sabar sadhana of banglamukhi
 and rule
can i do my service during sadhana.





ANS:-
आप साधना के साथ सर्विस कर सकते हैं. साधना से पहले बगलामुखी दीक्षा ले लें.




मंत्र तथा विधि विधान,जानकारी, जिज्ञासा, सूचना 
साधनात्मक मार्गदर्शन एवं दीक्षा प्राप्ति के लिये सम्पर्क
१० बजे से ७ बजे तक (रविवार अवकाश)
दूरभाष : (0755) --- 4269368,4283681


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पत्र व्यवहार का पता :-
साधना सिद्धि विग्यान
शोप न. ५ प्लाट न. २१०
एम.पी.नगर
भोपाल [म.प्र.] ४६२०११


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साधना सिद्धि विज्ञान पत्रिका की सदस्यता


समस्त प्रकार की साधनात्मक जानकारियों से भरपूर शुद्द पूजन तथा प्रयोगों की जानकारी के लिये 
साधना सिद्धि विज्ञान पढें:-




वार्षिक सदस्यता शुल्क = २२० रुपये
पत्रिका कार्यालय का पता:-
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21 जनवरी 2012

भुवनेश्वरी साधना





॥ ह्रीं ॥
  • भुवनेश्वरी महाविद्या समस्त सृष्टि की माता हैं
  • हमारे जीवन के लिये आवश्यक अमृत तत्व वे हैं.
  • इस मन्त्र का नित्य जाप आपको उर्जावान बनायेगा.
  • जिनका पाचन संबंधी शिकायत है उनको लाभ मिलेगा.

11 जनवरी 2012

डॉ. नारायण दत्त श्रीमाली जी के प्रवचन : शिष्योपनिषद

गुरूदेव डॉ. नारायण दत्त श्रीमाली जी द्वारा शिष्योपनिषद पर गुरु गंभीर प्रवचन :-


आप नीचे दिए लिंक पर क्लिक करने पर इसे सुन सकते हैं.:-


 शिष्योपनिषद - १


 शिष्योपनिषद - २

निःशुल्क दीक्षा एवं साधनात्मक मार्गदर्शन


साधना का क्षेत्र अत्यंत दुरुह तथा जटिल होता है. इसी लिये मार्गदर्शक के रूप में गुरु की अनिवार्यता स्वीकार की गई है.


गुरु दीक्षा प्राप्त शिष्य को गुरु का प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष मार्गदर्शन प्राप्त होता रहता है.

बाहरी आडंबर और वस्त्र की डिजाइन से गुरू की क्षमता का आभास करना गलत है.

एक सफ़ेद धोती कुर्ता पहना हुआ सामान्य सा दिखने वाला व्यक्ति भी साधनाओं के क्षेत्र का महामानव हो सकता है यह गुरुदेव स्वामी सुदर्शन नाथ जी से मिलकर मैने अनुभव किया.


भैरव साधना से शरभेश्वर साधना तक.......





 कामकला काली से लेकर त्रिपुरसुंदरी तक .......

अघोर साधनाओं से लेकर तिब्बती साधना तक....





महाकाल से लेकर महासुदर्शन साधना तक सब कुछ अपने आप में समेटे हुए निखिल  तत्व के जाज्वल्यमान पुंज स्वरूप...



गुरुदेव स्वामी सुदर्शननाथ जी 

महाविद्या त्रिपुर सुंदरी के सिद्धहस्त साधक हैं.वर्तमान में बहुत कम महाविद्या सिद्ध साधक इतनी सहजता से साधकों के मार्गदर्शन के लिये उपलब्ध हैं.





वात्सल्यमयी गुरुमाता डॉ. साधना सिंह जी 

 महाविद्या बगलामुखी की प्रचंड , सिद्धहस्त साधक हैं. 





स्त्री कथावाचक और उपदेशक तो बहुत हैं पर तंत्र के क्षेत्र में स्त्री गुरु  अत्यंत दुर्लभ हैं.






तंत्र के क्षेत्र में स्त्री गुरु   का बहुत महत्व होता है.

गुरुमाता डॉ. साधना सिंह जी 

स्त्री गुरु मातृ स्वरूपा होने के कारण उनके द्वारा प्रदत्त मंत्र साधकों को सहज सफ़लता प्रदायक होते हैं. स्त्री गुरु द्वारा प्रदत्त मंत्र स्वयं में सिद्ध माने गये हैं.





मैने तंत्र साधनाओं की वास्तविकता और उनकी शक्तियों का अनुभव गुरुदेव स्वामी सुदर्शननाथ जी और गुरुमाता डॉ. साधना सिंह जी के सानिध्य में किया है और......


यदि आप साधनाओं को करने के इच्छुक हैं तो मैं आपका आह्वान करता हूं कि आप आगे बढें, निःशुल्क दीक्षायें प्राप्त करें और दैवीय शक्तियों से स्वयम साक्षात्कार करें







पत्रिका साधना सिद्धि विज्ञान की सदस्यता[वार्षिक शुल्क मात्र २२०=०० रुपये] लें. सदस्यता शुल्क मनीआर्डर से निम्नलिखित पते पर भेजें.   



साधना सिद्धि विज्ञान
शोप न५ प्लाट न२१०
एम.पी.नगर
भोपाल [.प्र.] ४६२०११

सदस्यता लेने के बाद यदि किसी कारण वश आप स्वयं मिलने में असमर्थ हैं तो अपनी समस्या का  विवरण , अपनी एक फ़ोटो और साथ में अपना पता लिखा १० रुपये का डाकटिकट लगा हुआ जवाबी लिफ़ाफ़ा रखकर ऊपर लिखे पते पर डाक से भेज कर नि:शुल्क मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं.


नोट -  आने वाले पत्रों की संख्या ज्यादा होने के कारण जवाब मिलने में थोडा समय लग सकता है.

7 जनवरी 2012

साधक जिज्ञासा

प्रश्न :- me patrika ka pathak hoon kya mein guruji se phone par baat kar apne samasya bata sakta hoon. ya sirf only those who have taken guru diksha can contact.guru diksha mein lena chatan hoon par me bahoot door rehtan hoon.aapke bataye huye phone no par contact kiya to unhone kaha ki ab photo dwara diksha bandh kar di hai ,woh prabahvi nahi hoti ,Khudd aa jaon Bhopal diksha lene.jo mere liya smabhav nahi hain. Kya guruji phone par mujhse baat karenge ya mujhe mana kar denge kyunki diksha nahi huin Please reply


उत्तर :-
आप फोन पर गुरुदेव से बात कर सकते हैं.
गुरु को प्राप्त करने के लिये थोडा प्रयास तो करना पडता है.
दीक्षा कब कैसे और किस प्रकार देनी है यह गुरुदेव का विषय है. अतः दीक्षा के लिये आपको उनसे मिलना पडेगा.
यदि आप भोपाल नही जा सकते तो  देश के अलग अलग हिस्सों मे होने वाले किसी शिविर में जो आपके पास हो जा सकते है. मै शिविरों की जानकारी नीचे दे रहा हूं.:-

13 – 14 JANUARY 2012
Venue : Village Gironla, Zilla Gondhia, Maharashtra
Contact : Lokpal Bisen + 93268 18882

5 FEBRUARY 2012
Venue : Indraprasth Hall 261, Bal Rajeshwar Road             
Contact : Santosh Kadu + 99204 94299

20 FEBRUARY 2012
MAHA SHIVRATRI AAYOJAN
Venue : NIKHILDHAM, BHOJPUR,Bhopal MP
Contact : 0755 – 4269368 / 4283681

10 – 11 MARCH 2012
GURU JANMOSTAV
Venue : Ghatchiroli, Maharashtra
Contact : Anand Raherkar + 94221 51442

20 – 21 APRIL 2012
NIKHIL JANMOSTAV
Venue : Geeta Mandir, Cotton Market, Nagpur
Contact : Duwani + 98229 25071

3 - 4 JUNE 2012
Venue : Mumbai
Contact : Shri Chandrasekhar Kunte + 93247 60240

20 – 21 JUNE 2012
SHREE VIDHYA SHIVIR
Venue : Ramlila Maidan, Ghanta Ghar, 
Ghaziabad, UP
Contact : Vinod Kumar Gautam + 94525 06801

2 JULY 2012
GURU POORNIMA MAHOTSAV
Venue : Dhanbad, Jharkhand
Contact : Usha Kumari + 95765 26972

 

4 जनवरी 2012

छिन्नमस्ता साधना मन्त्र




॥ ऊं श्रीं ह्रीं ह्रीं क्लीं ऎं वज्रवैरोचनीयै ह्रीं ह्रीं फ़ट स्वाहा ॥



नोट:- यह साधना गुरुदीक्षा लेकर गुरु अनुमति से ही करें.....







प्रचंड तान्त्रिक प्रयोगों की शान्ति के लिये छिन्नमस्ता साधना की जाती है. यह तन्त्र क्षेत्र की उग्रतम साधनाओं में से एक है.

यह साधना गुरु दीक्षा लेकर गुरु की अनुमति से ही करें. यह रात्रिकालीन साधना है. नवरात्रि में विशेष लाभदायक है. काले या लाल वस्त्र आसन का प्रयोग करें. रुद्राक्ष या काली हकीक की माला का प्रयोग जाप के लिये करें. सुदृढ मानसिक स्थिति वाले साधक ही इस साधना को करें. साधना काल में भय लग सकता है.ऐसे में गुरु ही संबल प्रदान करता है. 

1 जनवरी 2012

नव वर्ष


नववर्ष आपके लिये मंगलमय हो...







गुरुकृपा जीवन का आधार है..........

आपको जीवन मे श्रेष्ठ गुरु का सानिध्य प्राप्त हो ऐसी ही शुभकामना है......



न गुरोरधिकम....

न गुरोरधिकम....

न गुरोरधिकम....

.........शिव शासनतः.........

......................शिव शासनतः......................

....................................शिव शासनतः....................................

॥ ॐ शम ॥

31 दिसंबर 2011

नव वर्ष पर : विश्वशान्ति हेतु : शान्ति स्तोत्र










विश्वशान्ति हेतु : शान्ति स्तोत्र




नश्यन्तु प्रेत कूष्माण्डा नश्यन्तु दूषका नरा: ।
साधकानां शिवाः सन्तु आम्नाय परिपालिनाम ॥
जयन्ति मातरः सर्वा जयन्ति योगिनी गणाः ।
जयन्ति सिद्ध डाकिन्यो जयन्ति गुरु पन्क्तयः ॥

जयन्ति साधकाः सर्वे विशुद्धाः साधकाश्च ये ।
समयाचार संपन्ना जयन्ति पूजका नराः ॥
नन्दन्तु चाणिमासिद्धा नन्दन्तु कुलपालकाः ।
इन्द्राद्या देवता सर्वे तृप्यन्तु वास्तु देवतः ॥

चन्द्रसूर्यादयो देवास्तृप्यन्तु मम भक्तितः ।
नक्षत्राणि ग्रहाः योगाः करणा राशयश्च ये ॥
सर्वे ते सुखिनो यान्तु सर्पा नश्यन्तु पक्षिणः ।
पशवस्तुरगाश्चैव पर्वताः कन्दरा गुहाः ॥

ऋषयो ब्राह्मणाः सर्वे शान्तिम कुर्वन्तु सर्वदा ।
स्तुता मे विदिताः सन्तु सिद्धास्तिष्ठन्तु पूजकाः ॥
ये ये पापधियस्सुदूषणरतामन्निन्दकाः पूजने ।
वेदाचार विमर्द नेष्ट हृदया भ्रष्टाश्च ये साधकाः ॥

दृष्ट्वा चक्रम्पूर्वमन्दहृदया ये कौलिका दूषकास्ते ।
ते यान्तु विनाशमत्र समये श्री भैरवास्याज्ञया ॥
द्वेष्टारः साधकानां च सदैवाम्नाय दूषकाः ।
डाकिनीनां मुखे यान्तु तृप्तास्तत्पिशितै स्तुताः ॥

ये वा शक्तिपरायणाः शिवपरा ये वैष्णवाः साधवः ।
सर्वस्मादखिले सुराधिपमजं सेव्यं सुरै संततम ॥
शक्तिं विष्णुधिया शिवं च सुधियाश्रीकृष्ण बुद्धया च ये ।
सेवन्ते त्रिपुरं त्वभेदमतयो गच्छन्तु मोक्षन्तु ते ॥

शत्रवो नाशमायान्तु मम निन्दाकराश्च ये ।
द्वेष्टारः साधकानां च ते नश्यन्तु शिवाज्ञया ।
तत्परं पठेत स्तोत्रमानंदस्तोत्रमुत्तमम ।
सर्वसिद्धि भवेत्तस्य सर्वलाभो प्रणाश्यति ॥

इस स्तोत्र का पाठ इस भावना के साथ करें कि हमारी पृथ्वी पर  सर्व विध शांति हो.

12 दिसंबर 2011

साधना सिद्धि विज्ञान - दिसंबर २०११


दिसंबर माह की पत्रिका एक अभूतपूर्व अंक है.


यह गायत्री अनुसंधान अंक है.


ब्रह्मांड में उपलब्ध लगभग सभी गायत्री मंत्रों का इसमें संकलन है.

इस अंक में पहली बार १००० से ज्यादा गायत्री मंत्रों का गुरुजी ने एक ही जगह संकलन कर एक प्रचंड पूजन विधि साधकों के लिये प्रकाशित की है.


यह अंक अद्भुत है और इस पूजन से सर्वकार्य सिद्धि होगी.

षट्कर्मों से लेकर मोक्ष तक सब कुछ इससे संभव है......











साधना सिद्धि विज्ञान पत्रिका की सदस्यता

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10 दिसंबर 2011

पूर्ण चंद्रग्रहण पर विशेष साधना


  • १० दिसम्बर ता. शनिवार के दिन पूर्ण चंद्रग्रहण है ..

  • उसी दिन श्री दत्तात्रेय जयंती भी होने के कारण इस ग्रहण काल पर्व का महत्त्व और भी बढ़ता है ..

  • ग्रहण काल का पर्व काल शाम ६.१५ से रात ९.४५ तक लगबग साडे तीन घंटे का है .. 

  • सभी साधक इस का लाभ उठाये

  • गुरु/दत्तात्रेय/ लक्ष्मी/षोडशी/भुवनेश्वरी/अप्सरा/सम्मोहन/वशीकरण/शांति  साधना का सिद्ध मुहुर्त है

7 दिसंबर 2011

चन्द्र ग्रहण : क्या साधना करें




चंद्र ग्रहण १०-१२-२०११ दिन शनिवार


  • चन्द्र ग्रहण में गुरु साधना करनी चाहिये.
  • अप्सरा साधना, लक्ष्मी साधना के लिये यह सबसे श्रेष्ठ मुहुर्त होता है.
  • सम्मोहन/वशीकरण साधना के लिये यह उपयुक्त समय होता है.

ग्रहण काल में किये गये मंत्र जाप का १००० गुना फ़ल मिलता है.



2 दिसंबर 2011

गुरु सूत्रम - ५




  • गुरु अपने आप में महामाया की सर्वश्रेष्ठ कृति है.
  • गुरुत्व साधनाओं से, पराविद्याओं की कृपा और सानिध्य से आता है.
  • वह एक विशेष उद्देश्य के साथ धरा पर आता है और अपना कार्य करके वापस महामाया के पास लौट जाता है.
  • बिना योग्यता के शिष्य को कभी गुरु बनने की कोशिश नही करनी चाहिये.
  • गुरु का अनुकरण यानी गुरु के पहनावे की नकल करने से या उनके अंदाज से बात कर लेने से कोई गुरु के समान नही बन सकता.
  • गुरु का अनुसरण करना चाहिये उनके बताये हुए मार्ग पर चलना चाहिये, इसीसे साधनाओं में सफ़लता मिलती है.
  • शिष्य बने रहने में लाभ ही लाभ हैं जबकि गुरु के मार्ग में परेशानियां ही परेशानियां हैं, जिन्हे संभालने के लिये प्रचंड साधक होना जरूरी होता है, अखंड गुरु कृपा होनी जरूरी होती है.

1 दिसंबर 2011

साधक : जिज्ञासा

प्रश्न :- प्रणाम मुजे संपूर्ण सम्मोहन दिक्ष लेनी हे कृपया मुजे कहे की में क्या करू में राजकोट /गुजरात के एक छोटे से गाव का हू कृपया मुजे मर्ग्दाश्ना दे एवम कृपा करके ऐ कहे की क्या में ऐ हर एशी साधना हे जिश में अलग अलग दिक्ष का विवरण किया हे क्या वो सब में यहाँ पे ले सकता हू में वहापर ना आजस्कने के कारन विवश हू इश लिए मुजे कहे की क्या मुजे वो सद् दिक्ष ऐ फोटो के जरिये संपूर्ण सक्तीपात दीक्षा लेसकता हू मुजे मर्दाश्ना दे और साधना में लगाने वाली सामग्री कहा से मिलेगी ऐ भाई कहे जय गुरुदेव

उत्तर :- 
आप इस विषय में जानकारी, जिज्ञासा, सूचना 

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