जिस प्रकार एक बीज में सम्पूर्ण वृक्ष समाहित होता है वैसे ही बीज मन्त्र होते हैं.
- ऐं = सरस्वती का बीज मन्त्र है ।
- ह्रीं = महालक्ष्मी का बीज मन्त्र है ।
- क्लीं = महाकाली का बीज मन्त्र है ।
- नवरात्री में नवार्ण मन्त्र का जाप इन तीनों देवियों की कृपा प्रदान करता है.
- रात्रि में कर सकें तो बेहतर है. न कर सकें तो दिन में भी कर सकते हैं.
- रुद्राक्ष या काली हकिक या मूंगे की माला से जाप करें.
- लाल या काला वस्त्र तथा आसन रखें.
- ११०००, २१०००,५१०००,१२५००० जितनी आपकी क्षमता हो उतना जाप करें.
- हो सके तो रोज बराबर मन्त्र जाप करें.
- संयमित रहें.
- प्रलाप और बकवास न करें.
- किसी को आशीर्वाद या श्राप न दें.
- कम भोजन करें.