किसी प्रकार की तंत्र बाधा ऊपरी बाधा भूत प्रेत आदि की आशंका हो तो प्रयोग करें ।
॥ धूं धूं धूमावती ठः ठः ॥
- सर्व बाधा निवारण हेतु.
- नवरात्रि मे सम्पन्न करें.
- ब्रह्मचर्य का पालन करें.फिल्म /टी.वी./गाना /नाच से दूर रहें.
- किसी स्त्री का स्पर्श न करें. यदि स्त्री हों तो पुरुष का स्पर्श न करें.
- सात्विक आहार तथा आचार विचार रखें.
- यथा संभव मौन रहें.
- अनर्गल प्रलाप और बकवास न करें.
- सफ़ेद वस्त्र पहनकर सफ़ेद आसन पर बैठ कर जाप करें.
- यथाशक्ति जाप जोर से बोल कर करें.
- बेसन के पकौडे का भोग लगायें.
- जाप के बाद भोग को निर्जन स्थान पर छोड कर वापस मुडकर देखे बिना लौट जायें.
- सबसे पहले हाथ मे एक चम्मच पानी लेकर माता के सामने समस्या बताकर उसे जमीन मे छोड़ दें।
- सबसे पहले एक माला गुरु मंत्र का जाप करे
- यदि आपका कोई गुरु हो तो उसका मंत्र करें ।
- न हो तो " ॐ परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः " का एक माला जाप कर लें ।
- इसके बाद 11 माला जाप करें.
- यह रोज का क्रम रहेगा ...
- अंतिम दिन एक माला या 1008 मंत्रों से हवन करें.इसके लिए मंत्र के आखिर में स्वाहा लगाकर हवन सामग्री को आग में छोडें.
- हवन की भस्म को प्रभावित स्थल या घर पर छिडक दें. शेष भस्म को नदी में प्रवाहित करें.
- जाप पूरा हो जाने पर किसी गरीब विधवा स्त्री को भोजन तथा सफ़ेद साडी दान में दें.