एक प्रयास सनातन धर्म[Sanatan Dharma] के महासमुद्र मे गोता लगाने का.....कुछ रहस्यमयी शक्तियों [shakti] से साक्षात्कार करने का.....गुरुदेव Dr. Narayan Dutt Shrimali Ji [ Nikhileswaranand Ji] की कृपा से प्राप्त Mantra Tantra Yantra विद्याओं को समझने का...... Kali, Sri Yantra, Laxmi,Shiv,Kundalini, Kamkala Kali, Tripur Sundari, Maha Tara ,Tantra Sar Samuchhay , Mantra Maharnav, Mahakal Samhita, Devi,Devata,Yakshini,Apsara,Tantra, Shabar Mantra, जैसी गूढ़ विद्याओ को सीखने का....
Disclaimer
16 मार्च 2024
13 मार्च 2024
गुरुदेव स्वामी सुदर्शन नाथ जी
अघोरेश्वरम महासिद्ध रूपं,
निखिल प्राणरूपम प्रणम्यम
सदैव ।
अघोर शक्तियों के स्वामी, साक्षात अघोरेश्वर शिव स्वरूप , सिद्धों के भी सिद्ध मेरे पूज्यपाद गुरुदेव स्वामी सुदर्शन नाथ
जो प्रातः स्मरणीय परमहंस स्वामी
निखिलेश्वरानंद जी के अंशीभूत, प्राण
स्वरूप हैं, उनके चरणों
में मै साष्टांग प्रणाम करता हूं.
प्रचंडातिचंडम शिवानंद
कंदम,
निखिल प्राणरूपम प्रणम्यम
सदैव ।
प्रचंडता की साक्षात मूर्ति, शिवत्व के जाज्वल्यमान स्वरूप मेरे पूज्यपाद गुरुदेव स्वामी सुदर्शन नाथ जो
प्रातः स्मरणीय परमहंस स्वामी
निखिलेश्वरानंद जी के अंशीभूत और प्राण स्वरूप हैं, उनके चरणों में मै साष्टांग प्रणाम करता हूं.
सुदर्शनोत्वम
परिपूर्णरूपम,
निखिल प्राणरूपम प्रणम्यम
सदैव ।
सौन्दर्य की पूर्णता को साकार करने वाले साक्षात
कामेश्वर, पूर्णत्व
युक्त, शिव के
प्रतीक, मेरे
पूज्यपाद गुरुदेव स्वामी सुदर्शन नाथ जो प्रातः स्मरणीय परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी के अंशीभूत और
प्राण स्वरूप हैं, उनके चरणों
में मै साष्टांग प्रणाम करता हूं.
ब्रह्मांड रूपम,
गूढ़ातिगूढ़म,
निखिल प्राणरूपम प्रणम्यम
सदैव ।
जो स्वयं अपने अंदर संपूर्ण ब्रह्मांड को समेटे हुए हैं, जो अहं ब्रह्मास्मि के नाद से
गुन्जरित हैं, जो गूढ से
भी गूढ अर्थात गोपनीय से भी गोपनीय विद्याओं के ज्ञाता हैं ऐसे मेरे पूज्यपाद
गुरुदेव स्वामी सुदर्शन नाथ जो प्रातः स्मरणीय
परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी के अंशीभूत और प्राण स्वरूप हैं, उनके चरणों में मै साष्टांग प्रणाम
करता हूं.
योगेश्वरोत्वम,
कृष्ण स्वरूपम,
निखिल प्राणरूपम प्रणम्यम
सदैव ।
जो योग के सभी अंगों के सिद्धहस्त आचार्य हैं, जिनका शरीर योग के जटिलतम आसनों को
भी सहजता से करने में सिद्ध है, जो
योग मुद्राओं के विद्वान हैं, जो
साक्षात कृष्ण के समान प्रेममय, योगमय, आह्लादमय, सहज व्यक्तित्व के स्वामी हैं ऐसे मेरे पूज्यपाद गुरुदेव स्वामी सुदर्शन नाथ
जो प्रातः स्मरणीय परमहंस स्वामी
निखिलेश्वरानंद जी के अंशीभूत और प्राण स्वरूप हैं, उनके चरणों में मै साष्टांग प्रणाम करता हूं.
महाकाल तत्वम,
घोरतिघोरम,
निखिल प्राणरूपम प्रणम्यम
सदैव ।
काल भी जिससे घबराता है, ऐसे महाकाल और महाकाली युगल के उपासक, साक्षात महाकाल स्वरूप, अघोरत्व के जाज्वल्यमान स्वरूप, महाकाली के महासिद्ध साधक मेरे
पूज्यपाद गुरुदेव स्वामी सुदर्शन नाथ जो प्रातः स्मरणीय परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद जी के अंशीभूत और
प्राण स्वरूप हैं, उनके चरणों
में मै साष्टांग प्रणाम करता हूं.
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आज का शुभ मुहूर्त : 2 मार्च 2024 शनिवार
आज का शुभ मुहूर्त : 2 मार्च 2024 शनिवार
यह गणना भारतीय तिथि आधारित है इसलिए इसका समय सुबह 6 से अगली सुबह 6 तक रहेगा ।
यह गणना सद्गुरुदेव डा नारायण दत्त श्रीमाली जी द्वारा लिखे गए ग्रंथ ज्योतिष और काल निर्णय पर आधारित है ।
अमृत काल :-
सुबह 10:30 से 12: 24
रात्रि 3:36 से 5:12