21 मार्च 2011

पंचमुखी हनुमान



॥ ऊं पंचवक्त्राय हरि मर्कट मर्कटाय स्वाहा ॥

दक्षिण दिशा में मुख करके रात्रि ९ से ३ के बीच लाल वस्त्र पहनकर लाल आसन पर बैठ कर वज्रासन या वीरासन में यथाशक्ति जाप जोर से बोल कर करें.

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