॥ ह्रीं क्लीं हुं मातंग्यै फ़ट स्वाहा ॥
- मातंगी साधना संपूर्ण गृहस्थ सुख प्रदान करती है.
- यह साधना जीवन में रस प्रदान करती है.
- गुलाबी या लाल वस्त्र तथा आसन होगा.
- उत्तर दिशा की ओर देखते हुए मंत्र जाप करेंगे.
- रात्रि 9 से सुबह ४ बजे के बीच मंत्र जाप होगा.
- कम से कम ११ माला जाप करें.
- रुद्राक्ष माला से जाप करें.जाप के बाद माला गले में धारण कर लें.