निखिलेश्वरम पूर्ण ब्रह्म स्वरूपम् , शिवत्व युक्तं शक्ति स्वरूपं |
त्वमेव साक्षात
अर्धनारीश्वररूपं, त्वमेवं प्रणम्यं त्वमेवं प्रणम्यं ||
प्रिय स्वरूपं ,
प्राण स्वरूपम् , प्रेम स्वरूपम् पूर्णत्व रूपम् |
त्वमेव साक्षात
कृष्णस्वरूपं, त्वमेवं प्रणम्यं त्वमेवं प्रणम्यं ||
मित्र स्वरूपम्
सहयोग युक्तं, सद्मार्गदर्शक बन्धु स्वरूपम् |
त्वमेव साक्षात
सखास्वरूपं, त्वमेवं प्रणम्यं त्वमेवं प्रणम्यं ||
लाडनयुक्तं
ताडनयुक्तं, वात्सल्यभाव समाहित रूपम् |
त्वमेव साक्षात पितृस्वरूपं,
त्वमेवं प्रणम्यं त्वमेवं प्रणम्यं ||
ममत्व युक्तम्
सहज स्वरूपम्, मानस गर्भ धारण युक्तम्
त्वमेव साक्षात मातृ
स्वरूपम्, त्वमेवं प्रणम्यं त्वमेवं प्रणम्यं ||
|| इति श्री
निखिल शिष्य अनिल कृत निखिल समर्पण पंचकं
पूर्णं |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
आपके सुझावों के लिये धन्यवाद..
आपके द्वारा दी गई टिप्पणियों से मुझे इसे और बेहतर बनाने मे सहायता मिलेगी....
यदि आप जवाब चाहते हैं तो कृपया मेल कर दें . अपने अल्पज्ञान से संभव जवाब देने का प्रयास करूँगा.मेरा मेल है :-
dr.anilshekhar@gmail.com