31 जुलाई 2021

अघोर शिव मंत्र

 अघोर शिव मंत्र


अपने हाथ में धतूरे का फल या 11 बेलपत्र लेकर इस मन्त्र को आप एक बार करें ।  


मंत्र पूरा हो जाने के बाद अपनी इच्छा बोलते हुए वह शिवलिंग के ऊपर समर्पित कर दें ।  बाद में इसे जल में विसर्जित करें ।  भगवान शिव का मंत्र है इसलिए किसी गलत इच्छा के लिए इसका प्रयोग नहीं करेंगे अन्यथा आप को नुकसान हो सकता है । 


अपनी रक्षा या अपने ऊपर किसी प्रकार की तंत्र बाधा या किए कराए का शक हो तो आप इस प्रयोग को पूरा सावन माह संपन्न करें आपको अनुकूलता प्राप्त होगी । 



अघोर शिव मंत्र


ॐ नमः शिवाय महादेवाय नीलकंठाय आदि रुद्राय अघोरमंत्राय अघोर रुद्राय अघोर भद्राय सर्वभयहराय मम सर्वकार्यफल प्रदाय हन हनाय ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ टं टं टं टं टं घ्रीं घ्रीं घ्रीं घ्रीं घ्रीं हर हराय सर्व अघोररुपाय त्र्यम्बकाय विरुपाक्षाय ॐ हौं हः हीं हः ग्रं ग्रं ग्रं हां हीं हूं हैं हौं हः क्षां क्षीं क्षूं क्षैं क्षौं क्षः ॐ नमः शिवाय अघोर प्रलय प्रचंड रुद्राय अपरिमित वीर विक्रमाय अघोर रुद्र मंत्राय सर्वग्रह उचचाटनाय सर्वजन वशीकरणाय सर्वतोमुख मां रक्ष रक्ष शीघ्रं हूं फट् स्वाहा ।

ॐ क्षां क्षीं क्षूं क्षैं क्षौं क्षः ॐ हां हीं हूं हैं हौं हः स्वर्गमृत्यु पाताल त्रिभुवन संच्चरित देव ग्रहाणां दानव ग्रहाणां ब्रह्मराक्षस ग्रहाणां सर्ववातग्रहाणां सर्व वेताल ग्रहाणां शाकिनी ग्रहाणां डाकिनी ग्रहाणां सर्व भूत ग्रहाणां कमिनी ग्रहाणां सर्व पिंड ग्रहाणां सर्व दोष ग्रहाणां सर्वपस्मारग्रहाणां हन हन हन भक्षय भक्षय भक्षय विरूपाक्षाय दह दह दह हूं फट् स्वाहा ॥





आप इसका उच्चारण आडिओ मे यहाँ सुन सकते हैं


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